नई दिल्ली/दक्षिण भारत/भाषा। भारत में कोरोना महामारी काबू में आने के साथ ही नई नियुक्तियों का परिदृश्य काफी मजबूत नजर आ रहा है। भू-राजनीतिक तनाव के बीच विकासशील देशों के लिए वृद्धि के अवसरों की संभावनाओं के मद्देनजर करीब 54 प्रतिशत कंपनियों ने अगले तीन माह में नई नियुक्तियों की योजना बनाई है।
मैनपावरग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे के अनुसार, अक्टूबर-दिसंबर, 2022 के लिए श्रम बाजार की धारणा मजबूत दिखाई दे रही है।
इस सर्वे में 41 देशों और क्षेत्रों के सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 40,600 नियोक्ताओं की राय ली गई।
सर्वे के अनुसार, भारत में 64 प्रतिशत कंपनियां अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाएंगी। वहीं 10 प्रतिशत ने कर्मचारियों की संख्या कम करने की बात कही। 24 प्रतिशत का कहना था कि उनकी कर्मचारियों की संख्या में किसी तरह का बदलाव करने की योजना नहीं है। इस तरह मौसमी रूप से समायोजित शुद्ध रोजगार परिदृश्य 54 प्रतिशत बैठता है।
नियुक्तियों की संख्या के मामले में ब्राजील के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। ब्राजील में 56 प्रतिशत नियोक्ताओं ने नई नियुक्तियों की बात कही।
सर्वे में कहा गया है कि पिछले साल की समान अवधि से तुलना की जाए, तो नियुक्तियों की धारणा में 10 प्रतिशत अंक का सुधार हुआ है। वहीं पिछली तिमाही की तुलना में इसमें तीन प्रतिशत का सुधार है।
मैनपावरग्रुप इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, ‘भारत की बुनियाद मजबूत है। लघु अवधि के झटकों के बावजूद वृद्धि को प्रोत्साहन देने वाली नीतियों, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश में बढ़ोतरी और बढ़ता निर्यात मध्यम से दीर्घावधि में इन झटकों के असर को कम करेगा।’