जयपुर/दक्षिण भारत। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव से पहले राजस्थान में जबरदस्त सियासी घमासान छिड़ गया। यहां रविवार शाम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुट के विधायकों का गुस्सा फूट पड़ा।
विभिन्न समाचार चैनलों की रिपोर्टों में गहलोत समर्थक 82 विधायकों के सामूहिक इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे थे। साथ ही कहा गया कि नाराज विधायकों ने सीपी जोशी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की।
इससे पहले ये विधायक मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर इकट्ठे हुए, जहां से सामूहिक इस्तीफे के कयासों को बल मिला।
बताया गया कि विधायक इस बात को लेकर खफा थे कि राज्य का नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए उनकी कोई राय नहीं ली गई और दरकिनार रखा गया।
गौरतलब है कि अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे, इसलिए ‘एक व्यक्ति, एक पद’ की शर्त के कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा।
इस बीच नए मुख्यमंत्री के लिए सचिन पायलट के नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है। इससे गहलोत गुट के विधायक नाराज हो गए। चूंकि पूर्व में पायलट की बगावत से सरकार खतरे में पड़ गई थी।
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के हवाले से यह ख़बर भी चर्चा में थी कि हमारे साथ 92 विधायक हैं।
वहीं, ऐसी भी चर्चा थी कि विधायकों के हंगामे के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गहलोत को फोन किया था।
ये पंक्तियां लिखे जाने तक शांति धारीवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास विधानसभा अध्यक्ष के आवास से मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हो चुके थे।