मुंबई/दक्षिण भारत। महाराष्ट्र में अब भी यह सवाल बना हुआ है कि शिवसेना किसकी है - एकनाथ शिंदे गुट की या उद्धव ठाकरे गुट की? इस बीच शिंदे गुट ने ठाकरे गुट की मुश्किलें बढ़ाते हुए ऐसे समय में पार्टी के चुनाव चिह्न ‘धनुष और तीर’ पर दावा किया है, जब अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होना है। इस संबंध में शिंदे गुट शुक्रवार को चुनाव आयोग से मुलाकात भी कर चुका है। उसकी मांग है कि पार्टी का चुनाव चिह्न उसे दिया जाए।
दूसरी ओर, ठाकरे गुट की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है। उसे भी आयोग ने कहा है कि वह शनिवार दोपहर दो बजे तक कार्यालय आकर जवाब दे। अगर उसका जवाब नहीं मिलेगा तो आयोग अपनी ओर से यथोचित कार्रवाई करेगा।
इससे पहले, चुनाव आयोग ने दोनों गुटों से कहा था कि वे शुक्रवार तक दस्तावेज जमा करा दें। हालांकि ठाकरे गुट की ओर ये दस्तावेज इस दिन तक जमा नहीं कराए गए थे। इसके बाद आयोग ने उसे पत्र जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि शिंदे गुट की ओर से पार्टी के चुनाव चिह्न की मांग की गई है।
आयोग की ओर से ठाकरे गुट को ईमेल भी भेजा गया है, जिसका कोई जवाब नहीं दिया गया। ऐसे में अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया सुचारु बनाने के लिए आयोग को फैसला करना होगा।
इसके लिए आयोग ने ठाकरे गुट से स्पष्ट कह दिया है कि वह आठ अक्टूबर दोपहर दो बजे तक दस्तावेज प्रस्तुत करे, अन्यथा आयोग की ओर से उचित कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय पहले ही एक याचिका का निपटारा कर कह चुका है कि शिवसेना किस गुट की होगी, यह चुनाव आयोग को तय करना है।