कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के बाद क्या बोले मल्लिकार्जुन खरगे?

दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खरगे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी


नई दिल्ली/भाषा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को पार्टी अध्यक्ष का औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि पार्टी मौजूदा सरकार की ‘झूठ एवं नफरत की व्यवस्था’ को ध्वस्त करेगी।

दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 80 वर्षीय खरगे ने 17 अक्टूबर को हुए ऐतिहासिक चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी 66 वर्षीय शशि थरूर को मात दी थी। पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ था। इसमें 24 साल बाद गांधी परिवार से बाहर का कोई व्यक्ति कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया था।

खरगे को यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में औपचारिक रूप से निर्वाचन पत्र सौंपा गया और इसी के साथ उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया। खरगे ने निर्वाचन पत्र सौंपे जाने के बाद कहा कि यह उनके लिए एक भावुक पल है और वह एक मजदूर के बेटे एवं साधारण कार्यकर्ता को पार्टी का अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस के नेताओं का आभार व्यक्त करते हैं।

खरगे ने कहा, ‘मैं जानता हूं कि यह मुश्किल समय है। कांग्रेस द्वारा स्थापित लोकतंत्र को बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस देश में मौजूद झूठ एवं घृणा की इस प्रणाली को तोड़ेगी।’

खरगे ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने के लिए राहुल गांधी की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश में नई ऊर्जा का संचार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 50 वर्ष से कम आयु वर्ग के नेताओं को पार्टी में 50 प्रतिशत पद दिये जाने, संगठनात्मक रिक्तियों को भरने, जन अंतर्दृष्टि विभाग एवं चुनाव प्रबंधन विभाग की स्थापना, राज्यों में राजनीतिक मामलों की समिति गठित करने जैसे उदयपुर घोषणापत्र के प्रस्तावों को क्रियान्वित किया जाएगा।

खरगे ने कहा, ‘यह कैसा नया भारत है, जिसमें युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रहीं, किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं, लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं, लेकिन सरकार आंखें मूंद कर बैठी है, सरकार अपने कुछ पूंजीपति मित्रों की मदद कर रही है।’

उन्होंने कहा, ‘इस नए भारत में भुखमरी बढ़ रही है, शिक्षा की लागत बढ़ रही है, प्रदूषण बढ़ रहा है। सरकार सो रही है, लेकिन ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) लोगों को दबाने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। इस नए भारत में दलित, अल्पसंख्यक और शोषित लोगों का अपमान किया जा रहा है और उनके अवसर छीने जा रहे हैं... (नाथूराम) गोडसे को देशभक्त बताया जाता है और (महात्मा) गांधी को गद्दार कहा जाता है, बाबासाहेब (आम्बेडकर) के संविधान को (राष्ट्रीय स्वयंसेवक) संघ के संविधान से बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं।’

पूर्व केंद्रीय मंत्री खरगे ने कहा कि ऐसा नया भारत बनाने के लिए वे (केंद्र सरकार) कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं, लेकिन उनकी पार्टी ऐसा होने नहीं देगी।

पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने खरगे को निर्वाचन प्रमाणपत्र सौंपा।

मिस्त्री ने उम्मीद जताई कि अन्य दल कांग्रेस से सबक लेंगे और अध्यक्ष पद के चुनाव गुप्त मतपत्र के जरिये कराएंगे।

इस मौके पर पार्टी की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के सदस्य राजेश मिश्रा, अरविंदर सिंह लवली और ज्योति मणि भी मंच पर मौजूद रहे।

इनके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य, विभिन्न प्रदेश कांग्रेस कमेटर के अध्यक्ष और पार्टी के कई अन्य पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

पदभार ग्रहण करने से पहले खरगे ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।

पदभार ग्रहण करने बाद खरगे के सामने एक तरफ राजस्थान का सियासी संकट तत्काल चुनौती बनकर खड़ा है तो अगले कुछ हफ्तों में होने जा रहे गुजरात एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव भी बड़ी चुनौती हैं। वहीं, 2024 का लोकसभा चुनाव उनके लिए सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा होगा।

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