शिमला/भाषा। भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी का हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में उनके आवास पर शनिवार सुबह निधन हो गया। वे 106 साल के थे। निर्वाचन आयोग ने बताया कि नेगी ने तीन नवंबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतपत्र के जरिए वोट डाला था।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्विटर पर उनके निधन पर शोक जताया और कहा कि नेगी ने खराब स्वास्थ्य के बावजूद कुछ दिन पहले वोट दिया था, यह बात उन्हें हमेशा भावुक करेगी।
किन्नौर के उपायुक्त आदिब हुसैन सादिक ने कहा कि नेगी का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उपायुक्त ने नेगी के दो दिन पहले वोट देने के बाद उनके आवास पर उन्हें सम्मानित किया था।
हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि नेगी निर्वाचन आयोग के ब्रांड एम्बेसडर थे और जिले के चुनाव अधिकारी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन का समाचार मिलने से दुखी हूं। अपने कर्तव्य का पालन करते हुए उन्होंने मतपत्र के जरिए तीन नवंबर को 34वीं बार मतदान किया था। यह बात मुझे हमेशा भावुक करेगी।’
निर्वाचन आयोग ने नेगी के निधन पर शोक जताया और कहा कि उन्हें लोकतंत्र में बहुत विश्वास था।
आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘वह न केवल स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता थे बल्कि लोकतंत्र में अटूट विश्वास रखने वाले व्यक्ति थे। भारत निर्वाचन आयोग श्री श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक जताता है। हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के बहुत आभारी हैं।’
निर्वाचन आयोग ने ट्वीट किया, ‘उन्होंने लाखों लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित किया और अपने निधन से पहले दो नवंबर को मतपत्र के जरिए हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए वोट दिया।’
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने भी नेगी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
भाजपा ने कहा, ‘भाजपा स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन पर गहरा दुख एवं संवेदनाएं व्यक्त करती है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें।’