अहमदाबाद/दक्षिण भारत। गुजरात के मोरबी में रविवार को केबल पुल टूटने से अब तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। विभिन्न समाचार चैनलों में पहले मृतकों की संख्या 35 बताई जा रही थीं, जिसमें इजाफा हो चुका है।
बताया जा रहा है कि कई लोग नदी में गिर गए, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। ये पंक्तियां लिखे जाने तक 100 से ज्यादा लोगों के लापता होने की बात सामने आई थी। वहीं, कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि यह पुल मच्छु नदी पर स्थित है। जिस समय हादसा हुआ, कई लोग यहां मौजूद थे। इससे अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन के अधिकारी घटना स्थल पहुंचे और राहत कार्य शुरू हुआ।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पुल जर्जर हो गया, जिसे हाल में मरम्मत के लिए खोला भी गया था।
मुआवजे का ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटना पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज गिरने की त्रासदी से मुझे गहरा दुख हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।'
उन्होंने कहा कि घायलों के तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को 4 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए मुआवजे की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे।
कितना पुराना है पुल?
जानकारी के अनुसार, यह पुल काफी पुराना है। इसका निर्माण महाराजा वाघजी ठाकोर ने 1887 में कराया था। करीब 765 फीट लंबे और चार फीट चौड़े पुल पर रविवार को काफी लोग घूमने आए थे, जिससे हताहतों की संख्या भी ज्यादा सामने आ रही है।