तिरुवनंतपुरम। केरल में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा कर चुके हैं। सरकार ने केरल को तुरंत 500 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। अब तक करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है। विभिन्न रिपोर्टों में कहा गया है कि केरल में कम से कम 324 लोगों की मौत हो गई। इस मुश्किल घड़ी में पूरा भारत केरल के साथ खड़ा है।
इन सबके बीच हमारी सेनाएं और आपदा राहत बल के कर्मी लोगों को बचाने के लिए पूरी ताकत के साथ जुटे हैं। ये न बाढ़ की परवाह करते हैं और न ही खराब हालात की। ये केरल में अब तक हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा चुके हैं। इनकी बहादुरी की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। इन्हीं बहादुरों में से एक हैं कैप्टन पी राजकुमार। ये शौर्य चक्र विजेता हैं। भयंकर बाढ़ के बीच इन्होंने वह काम किया है जिसके बाद पूरा हिंदुस्तान इन पर नाज़ कर रहा है।
उन्होंने बाढ़ से घिरे 26 लोगों को एयरलिफ्ट कर निकाल लिया। इसके लिए परिस्थितियां प्रतिकूल थीं, पर उन्होंने अपनी जान की बाजी लगा दी। कैप्टन ने इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एक घर की छत पर हेलिकॉप्टर उतार दिया। यहां आसपास काफी पेड़ थे, जिनसे हेलिकॉप्टर के टकराने का खतरा था। इसके बावजूद कैप्टन ने अपनी जान जोखिम में डाली और बेहद सूझबूझ के साथ अपने 26 देशवासियों की जान बचाई।
नौसेना के जवान भी बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए तन-मन से सेवा कर रहे हैं। केरल से ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं जब बढ़ते जलस्तर के कारण लोगों की जान पर संकट मंडराने लगा था। ऐसे में नौसेना के जवान देवदूत बनकर आए और उन्होंने लोगों को सुरक्षित निकाला। इस बीच जवानों ने एक गर्भवती महिला को बाढ़ से निकाला है। बाद में उसने एक बच्चे को जन्म दिया। मौजूदा हालात को देखकर कहा जा रहा है कि ऐसी बाढ़ केरल में पिछले सौ वर्षों में नहीं आई।
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