तिरुवनंतपुरम/भाषा। चीन से हाल ही में लौटे केरल के एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की रविवार को पुष्टि होने के साथ ही भारत में इस बीमारी का दूसरा मामला सामने आया है। हालांकि केरल सरकार ने कहा कि वह पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कोल्लम में मीडिया से कहा, हमें एनआईवी, पुणे ने फोन पर जानकारी दी है कि दूसरे संक्रमित व्यक्ति की पुष्टि होने की संभावना है। लेकिन जब संभावना है तो हमें काफी सतर्क रहना होगा। हमें अभी जांच के परिणाम मिले नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि यह संदिग्ध मामला वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ाई करने वाले केरल के छात्र का है। मंत्री ने बताया कि छात्र 24 जनवरी को चीन से लौटा था और उसे अभी अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है।
उन्होंने कहा, मरीज में मामूली लक्षण दिख रहे हैं लेकिन हम कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं। पुष्टि नहीं होने के बावजूद हमने उचित एहतियात बरती है। जांच के परिणाम शाम तक आ सकते हैं।
भारत में इस वायरस का पहला मामला त्रिशूर में एक छात्रा में सामने आया था। कोरोना वायरस प्रभावित देशों की यात्रा से लौटने वाले 1,793 लोगों की अब तक पहचान की गई है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। एक चिकित्सीय बुलेटिन में बताया गया है कि इनमें से 70 लोगों को पृथक रखा गया है और 1723 को घरों में ही अलग रखा गया है।