नुकसान उठा रहे हैं तमिलनाडु के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम

नुकसान उठा रहे हैं तमिलनाडु के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम

चेन्नई। सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में तमिलनाडु को काफी नुकसान हो रहा है। लगभग २० सरकारी उद्यमों से राज्य को प्रतिदिन ४० करो़ड रुपए का नुकसान हो रहा है। इन उद्यमों में ऊर्जा, परिवहन और शक्कर का उत्पादन करने वाले उपक्रम शामिल हैं। ६४ सार्वजनिक उपक्रमों से तमिलनाडु को ६५,४४० करो़ड रुपए का संचित नुकसान हो रहा है। ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में सरकार के स्वामित्व वाले दो उपक्रमों तमिलनाडु उत्पादन एवं वितरण निगम (तांजेडको) और तमिलनाडु ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टांट्रैस्को) का नुकसान क्रमश: ५२,४६५.५ करो़ड और २,४८७४ करो़ड रुपए रहा। तांजेडको का वार्षिक टर्नओवर ३४,५२२ करो़ड रुपए होने के बावजूद ३१ मार्च २०१५ को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के अंत में १३,९८५ करो़ड रुपए का नुकसान हुआ। रिपोर्ट में इन उपक्रमों के संचालन में कई प्रकार की अनियमितताएं भी सामने आई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जहां इन उपक्रमों से ढांचागत विकास शुल्क नहीं प्राप्त किया गया है वहीं दूसरी ओर करो़डों रुपए का चालान नहीं किया गया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हालांकि जांच के बाद ट्रांसमिशन शुल्क का संग्रह कहां से नहीं हो पा रहा है उसे चिन्हित किया जा चुका है लेकिन इसके बावजूद तांजेडको उपभोक्ताआंें से १२४.१९ करो़ड रुपए का ट्रांसमिशन शुल्क संग्रह नहीं कर पा रहा है। ऊर्जा निगमों की तरह ही राज्य के परिवहन निगम भी नुकसान में चल रहे हैं। महानगर परिवहन निगम (एमटीसी) और तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम लिमिटेड (एसईटीसी) सहित राज्य के कुल मिलाकर ८ परिवहन निगमों का वार्षिक टर्नओवर ४२,७१३.२० करो़ड रुपए था लेकिन इन्हें २,६५४ करो़ड रुपए का नुकसान हो रहा है। राज्य के आठ परिवहन निगमों में चेन्नई का एमटीसी और तिरुनेलवेली तथा कोयंबटूर के तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम अधिकतम नुकसान मेंे चल रहे हैं। रिपोर्ट में पल्लवन ट्रांसपोर्ट कंसल्टेंसी सर्विस लिमिटेड को ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रणाली संचालित करने के लिए एक अयोग्य ठेकेदार को नियुक्त करने और उसे ४.०६ करो़ड रुपए का लाभ पहुंचाने की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया गया है।

इसके साथ ही अगर सूचना एवं तकनीक (आईटी)क्षेत्र के उपक्रमों की बात करें तो भी राज्य को कुछ ज्यादा लाभ नहीं हो रहा है। चेन्नई स्थित टिडल पार्क ने अपेक्षाकृत अच्छा मुनाफा प्राप्त किया है और इसका लाभ ४३.४३ करो़ड रुपए रहा। हालांकि कोयंबटूर स्थित राज्य के दूसरे सबसे ज्यादा चर्चित टिडल पार्क को अपनी लागत से आधी कमाई भी नहीं हुई है। कोयंबटूर स्थित टिडल पार्क को इसकी लागत का मात्र ०.०३ प्रतिशत का लाभ ही मिला है। कोयंबटूर मंे एक दशक पहले स्थापित किए गए टिडल पार्क को भी काफी कम राजस्व प्राप्त हुआ है। कैग की रिपोर्ट में इस बात की ओर भी ध्यान आकृष्ट किया गया है कि राज्य में सार्वजनिक उपक्रम के सात ऐसे उपक्रम हैं जो काम नहीं कर रहे हैं वहीं राज्य में विर्निमाण और कृषि क्षेत्र का एक उद्योग बंद होने की कगार पर है। इसके साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि राज्य के इन सार्वजनिक उपक्रमों को नुकसान से बाहर निकालने की पूरी संभावना है लेकिन इसकेे लिए इन उपक्रमों की कार्यशैली में बदलाव लाने और बेहतर पेशेवर रवैया अख्तियार करने की जरुरत है। राज्य में लाभ देने वाले उपक्रमों में तमिलनाडु न्यूजप्रिंट एंड पेपर्स लिमिटेड, तमिलनाडु प्रोमोशन कॉर्पोरेशन ऑफ तमिलनाडु लिमिटेड, तमिलनाडु ऊर्जा वित्त एवं ढांचागत विकास निगम और तमिलनाडु औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड शामिल हैं।

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