चेन्नई/दक्षिण भारत। भारतीय जनता पार्टी मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने की कोशिशों में किसी प्रकार का कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है। पार्टी ने तमिलनाडु के अपने कैडरों और राजनेताओं को उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में रहनेवाले तमिलभाषी मतदाताओं को पार्टी के पक्ष में रिझाने के लिए उन राज्यों में भेजा है। खास तौर पर दिल्ली और वाराणसी सीटों पर हरेक वोट अपनी झोली में डालने के लिए भाजपा ने तमिलनाडु के नेताओं को इन शहरों में काम करने की हिदायत दी है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 18 अप्रैल को हुए मतदान के पूर्व तमिलनाडु के इन राजनेताओं ने इन शहरों के तमिल भाषी मतदाताओं से भाजपा के पक्ष में जमकर मतदान करने की अपील की। दिल्ली में 10 मई को अपना प्रचार अभियान पूरा करने के बाद यह तमिल नेता वाराणसी चले जाएंगे, जहां वह चुनाव के अंतिम चरण के प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगे और प्रवासी तमिलों से प्रधानमंत्री पद पर दूसरी पारी के लिए नरेंद्र मोदी का समर्थन करने की अपील करेंगे।
तमिलनाडु से बाहरी राज्यों में जाकर प्रचार करने वाले इन भाजपा नेताओं की अगुवाई प्रदेश भाजपा अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन कर रही हैं। तुतिकोरीन में द्रवि़ड मुन्नेत्र कषगम की प्रत्याशी कनिमोझी के खिलाफ चुनाव लड़ने के बाद वह अपना पूरा समय देश के विभिन्न राज्यों में पार्टी के लिए प्रचार में लगा रही हैं। उनके साथ पोन राधाकृष्णन, सीपी राधाकृष्णन और एल गणेशसन जैसे कद्दावर तमिल नेता इस अभियान में शामिल हैं।
मोदी फॉर पीएम 2019 ऑर्गनाइजेशन के महासचिव और युवा भाजपा नेता जीए पृथ्वी भी इन वरिष्ठ नेताओं की टीम में शामिल हैं। यह नेता दिल्ली में भाजपा के तमिल अभियान में हिस्सेदारी करने के बाद शुक्रवार को वाराणसी के लिए रवाना हो जााएंगे। नई दिल्ली से इस विशेष अभियान के बारे में एक अंग्रेजी समाचार पत्र के साथ फोन पर हुई बातचीत में सुंदरराजन ने कहा कि उन्होंने पिछले हफ्ते के अंतिम दिन शनिवार से नई दिल्ली में भाजपा के लिए तमिल प्रवासियों के बीच प्रचार कार्य शुरू किया है। उनके इस अभियान को स्थानीय तमिलभाषी मतदाताओं का बेहद शानदार समर्थन मिल रहा है।
तमिलनाडु के भाजपा नेताओं की इस टीम ने मोदी के साथ ही वजीरपुर से भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्द्धन के साथ ही चांदनी चैक, शकूर बस्ती और त्रिनगर जैसे लोकसभा क्षेत्रों के पार्टी प्रत्याशियों के लिए भी चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सेदारी की है। जानकारी के मुताबिक, तमिलनाडु ही नहीं, भाजपा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए समूचे दक्षिण भारत से अपनी पार्टी के नेताओं को उत्तर भारतीय राज्यों में भेजा है। इनमें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना और केरल के भाजपा नेता भी शामिल हैं। इन सबने प्रचार अभियान की शुरुआत से पूर्व आपस में एक बैठक कर अपनी प्रचार रणनीति तय की।