राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने चेन्नई ग्लोबल इकोनॉमिक समिट में भाग लिया
चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु एक बहुत ही क्रियाशील एवं आशाजनक अर्थव्यवस्था और मानव संसाधन से भरपूर है। राज्य में विविधता से भरा हुआ विनिर्माण क्षेत्र है। साथ ही ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, चमड़ा उत्पाद, रसायन जैसे कई उद्योग हैं। ये विचार राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने व्यक्त किए।
वे यहां सोमवार को वर्ल्ड तमिल इकोनॉमिक फाउंडेशन और मद्रास डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा आयोजित चेन्नई ग्लोबल इकोनॉमिक समिट 2019 और छठे विश्व तमिल आर्थिक सम्मेलन के सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि तमिलनाडु में उत्कृष्ट सड़क एवं रेल नेटवर्क और सात हवाईअड्डों के साथ एक अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढांचा है। भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता में राज्य दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता है और इसकी कुल स्थापित क्षमता 30,255 मेगावॉट है।
सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 12.5 प्रतिशत की विकास दर के साथ 229.7 बिलियन डॉलर है और नेट राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) 199.69 बिलियन डॉलर है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु ने 2018-19 में 30.5 बिलियन डॉलर का निर्यात दर्ज किया, जो भारत के शुद्ध निर्यात में 9.3 प्रतिशत का योगदान देता है।
राज्यपाल ने कहा कि तमिलनाडु सरकार ने 23 और 24 जनवरी, 2019 को दूसरा ग्लोबल इन्वेस्टर मीट (जीआईएम) आयोजित किया था। जीआईएम 2019 में किए गए निवेशों में से 53 परियोजनाओं ने उत्पादन शुरू कर दिया है और 219 कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों में हैं। जीआईएम 2019 के बाद जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, यूएसए और यूएई जैसे विभिन्न देशों की कंपनियों के साथ 55 नए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। नए समझौता ज्ञापन 14,359 करोड़ रुपए के निवेश और 63,786 नई नौकरियों के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री की हालिया ब्रिटेन, अमेरिका और अमीरात की विदेश यात्राओं ने 8,830 करोड़ रुपए के निवेश के लिए 41 एमओयू हासिल किए, जिनसे लगभग 37,300 नौकरियां पैदा हो सकती हैं।
राज्यपाल ने विश्व तमिल समुदाय को विशेष रूप से तमिल समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए दुनियाभर की प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए ‘उलगथामीज़ मामनी’ पुरस्कार प्रदान किए।
राज्यपाल ने वर्ल्ड तमिल इकोनॉमिक कॉन्फ्रेंस के संयोजक वीआरएस संपत, मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति परमासिवम पिल्लै व्यपूरी और पीजीपी ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के अध्यक्ष पलानी जी पेरियासामी की इस आयोजन के लिए प्रशंसा की, जिससे उद्यमियों, व्यापारियों और नौकरशाहों को वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर चर्चा के लिए मंच मिला।