102 वर्षीय बुजुर्ग को तकलीफ में देखकर पृथ्वी ने बढ़ाया मदद का हाथ, इसके बाद आया यह विचार
चेन्नई/दक्षिण भारत। कोरोना महामारी को रोकने के लिए जारी राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच जब एक परिवार आर्थिक मुश्किलों के दौर से गुजर रहा था, तो युवा नेता जीए पृथ्वी ने मदद का हाथ बढ़ाया। पृथ्वी ने बताया कि परिवार के मुखिया षणमुगम हैं जो 102 साल के हैं। जब मुझे इनके बारे में पता चला तो फैसला किया कि इनकी मदद जरूर करनी चाहिए।
पृथ्वी ने बताया कि इसके बाद उन्होंने कुंभकोणम निवासी षणमुगम से बातचीत की और मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही, मदद के तौर पर तुरंत 1,000 रुपए भेजे। उन्होंने बताया कि इसके बाद ऐसे बुजुर्गों की मदद को लेकर विचार किया, जो अपनी आयु संबंधी तकलीफों के कारण आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।
पृथ्वी ने कहा कि इन मुश्किल हालात में, मैं ऐसे 50 वरिष्ठ नागरिकों की सेवा के तौर पर मेरी ओर से विनम्र सहयोग करना चाहता हूं। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर जब यह इच्छा जाहिर की तो यूजर्स ने इसे सराहा और इस मुहिम में साथ देने की बात कही। पृथ्वी ने लोगों से अपील की कि यदि ऐसे किसी जरूरतमंद शख्स को जानते हैं तो उन्हें बताएं और बैंक खाता संबंधी विवरण भेजें।
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बता दें कि जीए पृथ्वी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और इसके जरिए अनेक लोगों की मदद कर चुके हैं। अप्रैल में जब एक प्रवासी राजस्थानी परिवार को अपने गांव जाने के लिए यात्रा पास मिलने में कठिनाई आ रही थी तो पृथ्वी ने राज्य सरकार के मंत्री और अधिकारियों से अनुरोध किया, जिसके बाद पास जारी किया गया। यह परिवार अपने बुजुर्ग सदस्य की मृत्यु होने के कारण धार्मिक रस्मों के लिए राजस्थान जाना चाहता था।
पृथ्वी ने बताया कि लॉकडाउन में सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर संबंधित लोगों तक यथाशक्ति मदद पहुंचाने का प्रयास जारी है।