कोयंबटूर/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने कोयंबटूर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर द्रमुक सत्ता में वापस आती है तो आप लोगों की कीमती जमीनें आपकी नहीं रहेंगी। वे सभी द्रमुक के नेताओं के हाथ में चली जाएंगी।
उन्होंने कहा कि द्रमुक के 13 पूर्व मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं। उनकी सरकार का तो भ्रष्टाचार के कारण भंग होने का इतिहास भी है। इसलिए, यह विडंबना है कि द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन ने राज्यपाल से मुलाकात कर अन्नाद्रमुक के मंत्रियों के खिलाफ निराधार आरोपों की एक रिपोर्ट पेश की।
उन्होंने कहा कि स्टालिन ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि तिरुनेलवेली-तेनकासी सड़क परियोजना के कार्यान्वयन में 450 करोड़ रुपए की हेराफेरी हुई। हालांकि, वास्तव में हमारी सरकार ने वह निविदा प्रक्रिया ही रद्द कर दी थी और फिर नई निविदा प्रक्रिया शुरू नहीं की थी। ऐसे में इस मामले को स्टालिन की ईमानदारी पर छोड़ देता हूं।
वहीं सीएम ने स्टालिन को चुनौती दी कि वे सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर उनसे खुली बहस करें। पिछले पांच वर्षों में अन्नाद्रमुक सरकार की उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते हुए उन्होंने कहा कि स्टालिन की तरह आधारहीन आरोप लगाने में समय बर्बाद न करते हुए अपने काम पर जोर दिया है।