चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन विधानसभा चुनावों में राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए अपने अभियान के दौरान ओछी राजनीति कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने चेंगलपट्टू जिले के थिरूपोर से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि यदि आप अन्नाद्रमुक या उसके कैडर के नेताओं के खिलाफ आधारहीन आरोप लगाते हैं तो यह आपका ओछापन दिखाता है। इससे बेहतर यह होता कि आप हमारे साथ एक सीधी राजनीतिक लड़ाई में शामिल होने का बेहतर प्रयास करते। इसलिए राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए निर्दोष लोगों पर बयानबाजी करने से बचें।
मालूम हो कि एडप्पडी में ग्राम सभा की बैठक करने के बाद स्टालिन बुधवार को थेनी चले गए थे जहां उन्होंने उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के खिलाफ महिलाओं को लेकर कुछ आरोप लगाए थे जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि स्टालिन को राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए इस तरह के सस्ते हथकंडों का सहारा नहीं लेना चाहिए।
पन्नीरसेल्वम का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब लगभग 400 मुस्लिम दिल्ली में फंसे हुए थे तब पन्नीरसेल्वम ने ही उनकी तमिलनाडु यात्रा के अलावा उनके इलाज की व्यवस्था की थी।
वहीं अपनी सरकार के कामों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दिवंगत नेताओं एमजी रामचंद्रन और जयललिता द्वारा चालू की गई योजनाओं को लागू करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारी सरकार ने सुशासन, खाद्यान्न उत्पादन, निवेश बढ़ाने और उच्च शिक्षा में लागू योजनाओं पर काम किया है।
वहीं मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि स्टालिन के कहने पर कुछ लोगों ने पोंगल गिफ्ट के रूप में 2,500 रुपए के प्रावधान के खिलाफ मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया था लेकिन कोर्ट ने उसे यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह लोगों के हित में है। पलानीस्वामी ने कहा कि एक नेता जो मुश्किल परिस्थितियों में लोगों को सहायता देने से रोकता है, वह जनकल्याण की भावना कैसे समझ सकता है।