चेन्नई/दक्षिण भारत। राज्य की हर प्रमुख पार्टी फिलहाल चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है और इसी के साथ चुनावी माहौल अपने चरम पर पहुंच गया है। सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने उन उम्मीदवारों का साक्षात्कार करना शुरू कर दिया है जिन्होंने पार्टी की सीट से चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है।
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और उपमुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम पार्टी अन्नाद्रमुक के संयुक्त समन्वयक और समन्वयक हैं, जिन्होंने पार्टी के अध्यक्ष मधुसूदनन की उपस्थिति में उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने के लिए 8,000 से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया है। साक्षात्कार दो राउंड में आयोजित किया जा रहा है और गुरुवार को पूरा होने की उम्मीद है। पलानीस्वामी ने कैडरों से अनुरोध किया कि वे इस प्रक्रिया में सहयोग करें।
जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है, अन्नाद्रमुक ने पहले ही पीएमके को 23 सीटें आवंटित कर दी हैं। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ सदस्यों ने अन्नाद्रमुक के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर बैठक की। डीएमडीके के कोषाध्यक्ष प्रेमलता विजयकांत ने आगामी विधानसभा चुनावों में लड़ने के लिए नामांकन किया। यह कदम ऐसे समय आया है जब डीएमडीके, एआईडीएमके की सीट बंटवारे से नाखुश है।
डीएमडीके के महासचिव एल के सुधीश ने कहा कि कई पार्टियां उनसे गठबंधन बनाने का अनुरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जो पार्टी डीएमडीके गठबंधन का हिस्सा है, वही जीतेगी।
इस बीच, डीएमके ने अपने सहयोगियों के साथ बातचीज जारी रखी। हालांकि यह उम्मीद की जा रही थी कि डीएमके और उसके सहयोगियों के बीच आसानी से सीट का बंटवारा हो जाएगा।
डीएमके और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की बातचीत अनिर्णायक रहने के बाद पार्टियों ने अगली कार्यवाही पर चर्चा करने पर जोर दिया। यह अनुमान लगाया जा रह है कि कांग्रेस लगभग 30-40 सीटें चाहती है, जबकि डीएमके 18 सीटों के अपने रुख से हट नहीं रही।
डीएमके ने भी एक बार फिर से वीसीके को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। यह कहा गया था कि वीसीके सीट-साझाकरण वार्ता के लिए पहले नहीं आई थी। हालांकि पार्टी प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि वीसीके ने सीट साझा करने की वार्ता का बहिष्कार नहीं किया है और वह डीएमके गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे।