पालघर/चेन्नई/दक्षिण भारत। महाराष्ट्र के पालघर जिले में नौसेना के अपहृत जवान सूरज कुमार दुबे (27) ने जलाए जाने के बाद शनिवार को दम तोड़ दिया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सूरज झारखंड के रांची के निवासी थे। हाल में उनकी सगाई हुई थी और तीन महीने बाद शादी होनी थी। वे कोयंबटूर में आईएनएस अग्रणी ट्रेनिंग स्कूल में तैनात थे।
सूरज छुट्टी पर थे। वे फ्लाइट के जरिए 31 जनवरी को चेन्नई आए थे। यहां हवाईअड्डे के बाहर रात करीब 9 बजे तीन लोगों ने रिवाल्वर दिखाकर उनका अपहरण कर लिया। उनका फोन छीनकर एक सफेद एसयूवी में बैठा लिया गया और 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
उन्हें चेन्नई में एक अज्ञात स्थान पर बंधक बनाकर रखा गया था। वहां तीन दिन तक रखे जाने के बाद उन्हें 5 फरवरी को सुबह महाराष्ट्र-गुजरात सीमा के पास पालघर में तलसारी तालुका के वीवजी गांव में एक जंगल में ले जाया गया। वहां उन पर तीन अपराधियों ने पेट्रोल डाला और आग लगा दी।
वे लगभग 90 प्रतिशत जल गए तो स्थानीय लोगों ने उन्हें देखा और वीवजी पुलिस को सूचित किया। इसके बाद सूरज को दहानू के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई। फिर उन्हें सैन्य अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी ले जाया गया और वहां पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया।
इस संबंध में घोलवाड़ पुलिस थाने में 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 34, 302 और 392 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि नौसेना जवान को चेन्नई से पालघर के जंगल में कैसे ले जाया गया। अपराधियों का सुराग लगाने के लिए कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
पालघर के एसपी दत्तात्रेय शिंदे ने बताया कि नौसेना जवान से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी जिसे देने से उन्होंने इन्कार किया। सूरज के बारे में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया था, फिर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया, बाद में मुंबई ले जाया गया। जवान का अपहरण चेन्नई हवाईअड्डे के पास हुआ था।
इस बीच, नौसेना जवान के पिता मिथिलेश दुबे ने बेटे के लिए इंसाफ की मांग की है। उन्होंने बताया कि सूरज ने अपने आखिरी संदेश में कहा कि उनका अपहरण कर लिया गया है और फिरौती मांगी जा रही है। बता दें कि पालघर दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले को लेकर भी सुर्खियों में रहा था।