चेन्नई/दक्षिण भारत। पिछले तीन महीनों के दौरान चक्रवात और बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को एक बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने शुक्रवार को घोषणा करते हुए कहा कि सहकारी बैंकों के माध्यम से 16.43 लाख किसानों का 12,110 करोड़ रुपए का फसली ऋण माफ किया जाएगा।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घोषणा तत्काल प्रभाव से लागू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि फसली ऋण की इस छूट के लिए एक सरकारी आदेश जारी किया जाएगा और इसके लिए वित्तीय आवंटन 2021-22 के अंतरिम बजट में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तो अन्नाद्रमुक की सरकारें उनकी समस्याओं को हल करने में सबसे आगे रही हैं।
गौरतलब है कि मई 2016 में पद संभालने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता ने 12.02 लाख किसानों के 5,318.73 करोड़ रुपए के फसली ऋण माफ किए थे। इसके बाद 2017 में राज्य सरकार ने किसानों को सूखा राहत सहायता के रूप में 2,247 करोड़ रुपए का वितरण किया था।
उन्होंने आगे कहा कि 2020 के दौरान कोविड-19 महामारी ने लोगों को बहुत प्रभावित किया था और कृषि में भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को इस मुश्किल स्थिति से निपटने में मदद करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने 16.43 लाख किसानों को राहत सहायता (इनपुट सब्सिडी) के रूप में 1,717 करोड़ रुपए दिए हैं जिसकी राशि सीधे उनके खातों में जमा की गई है।