चेन्नई/दक्षिण भारत। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की विश्वस्त सहयोगी रहीं वीके शशिकला के बेंगलूरु से लौटने से पहले राजनीतिक बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। राज्य के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने कहा कि वीके शशिकला के आने से अन्नाद्रमुक पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि शशिकला पार्टी सदस्य नहीं है, ऐसे में वह महासचिव पद के लिए दावा नहीं पेश कर सकती हैं। अन्नाद्रमुक में उपचुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होते हैं और पार्टी में किसी भी पद के लिए कार्यकर्ता को लगातार पांच सालों तक पार्टी का सदस्य होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि शशिकला और दिनाकरन पार्टी के सदस्य नहीं हैं। ऐसे में वह महासचिव पद का दावा कैसे कर सकते हैं?
अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएएमके) महासचिव टीटीवी दिनाकरन द्वारा की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना राजनीतिक दल लॉन्च किया और 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने अन्नाद्रमुक के उम्मीदवारों और दिवंगत नेताओं की सीटों पर चुनाव लड़ा। अन्नाद्रमुक सरकार को गिराने का भी प्रयास किया, ऐसे में हमारा कैडर उन्हें अब स्वीकार नहीं करेगा।