मदुरै/दक्षिण भारत। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की सहयोगी रहीं वीके शशिकला बेंगलूरु से 7 फरवरी को चेन्नई लौटेंगी। अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएएमके) महासचिव टीटीवी दिनाकरन ने बुधवार को इस बारे में जानकारी दी।
वहीं शशिकला के समर्थन में दीवारों पर पोस्टर लगाने के चलते अन्नाद्रमुक के पांच कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाले जाने की घटना का जिक्र करते हुए दिनाकरन ने कहा कि उनके वापस आने से पहले ही तमिलनाडु में परिवर्तन शुरू हो गए हैं।
गौरतलब है कि शशिकला 15 फरवरी, 2017 से बेंगलूरु की जेल में कैद थी। वे भ्रष्टाचार के मामले में चार साल की सजा पूरी करने के बाद उन्हें 27 जनवरी को रिहा हुईं।
कोविड-19 संक्रमण से उबरने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई है। वे डॉक्टरों की सलाह पर बेंगलूरु के एक रिजॉर्ट में आराम कर रही हैं।
दिनाकरन ने कहा कि तमिलनाडु की सीमा पर स्थित होसुर में उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वे सात फरवरी को बेंगलूरु से सुबह 9 बजे रवाना होंगी और सड़क मार्ग से चेन्नई के टी नगर स्थित अपने आवास पहुंचेंगी।
इससे पहले शशिकला सोमवार को अन्नाद्रमुक का झंडा लगी हुई कार से अस्पताल से बाहर निकलीं थीं। पार्टी से निष्कासित होने के बाद शशिकला के इस कदम पर सत्तारूढ़ दल ने सवाल उठाए थे।
मालूम हो कि अन्नाद्रमुक कई बार स्पष्ट कर चुका है कि शशिकला को पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा और जेल से उनकी रिहाई का पार्टी पर कोई असर नहीं होगा।
पार्टी ने के. पलानीस्वामी को अन्नाद्रमुक की ओर से अगले चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है।