चेन्नई/दक्षिण भारत। मद्रास उच्च न्यायालय ने एक डेंटिस्ट और उसकी बेटी को सशर्त जमानत दे दी, जिन्हें एनईईटी स्कोर में गड़बड़ करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
जानकारी के अनुसार लड़की ने केवल 27 अंक हासिल किए थे, लेकिन काउंसलिंग के दौरान उसने एक अन्य अभ्यर्थी होने का दावा किया, जिसने 610 अंक हासिल किए थे।
मामला सामने आने के बाद पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज की गई और बेंगलूरु से लड़की के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया था, क्योंकि बार-बार समन जारी किए जाने के बाद भी वे पुलिस के समक्ष उपस्थित नहीं हो रहे थे। ऐसे में 18 जनवरी को दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
दोनों की जमानत का विरोध करते हुए अभियोजन पक्ष ने कहा कि लड़की के पिता खुद एक बीडीएस डॉक्टर हैं। बावजूद इसके उन्होंने अपनी बेटी का साथ दिया, जिसके बाद छात्रा ने मार्कशीट में हेरफेर किया और एमबीबीएस सीट को सुरक्षित करने के लिए उसी का इस्तेमाल किया।