चेन्नई/दक्षिण भारत। वेल्लोर के पेरनामब के एक 32 वर्षीय कर-सलाहकार को बड़े पैमाने पर जीएसटी धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया जिसके पास 274 करोड़ रुपए के फर्जी चालान और अवैध रूप से 22.12 करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी मिली। यह गिरफ्तारी जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग द्वारा की गई।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी को एग्मोर के आर्थिक अपराध न्यायाधीश-द्वितीय के समक्ष पेश किया गया। बताया जा रहा है कि आरोपी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर केवाईसी दस्तावेजों का दुरुपयोग कर जीएसटी पंजीकरण किया था। इसके साथ ही वह इन काल्पनिक कंपनियों के चालान और अन्य दस्तावेजी कामों के लिए एक कर सलाहकार के रूप में काम कर रहा था।
आरोपी की इन फर्जी कंपनियों ने विभिन्न व्यापारिक संस्थाओं को बिना किसी वस्तु या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के इन व्यापारिक संस्थाओं द्वारा जीएसटी क्रेडिट का धोखाधड़ी से लाभ उठाने के लिए कर चालान जारी किया।
गिरफ्तार व्यक्ति के सहयोगियों द्वारा खोले गए अन्य फर्जी कंपनियों से प्राप्त फर्जी कर चालानों के आधार पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का उपयोग करके ऐसे फर्जी चालान पर जीएसटी का भी भुगतान किया गया था।