हैदराबाद। तेलंगाना में विधानसभा चुनावों से पहले राजनेताओं के जुबानी जंग तेज होती जा रही है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके परिजनों को ‘ठग्स आॅफ तेलंगाना’ कहा है। गांधी भवन में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सिंघवी ने के. चंद्रशेखर राव पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि चार लोग – केसीआर, उनके बेटे केटी रामाराव, बेटी के. कविता और भतीजा टी. हरीश राव – प्रदेश के चार करोड़ लोगों को लूट रहे हैं। उन्होंने इन्हें सत्ता से बाहर करने का आह्वान किया।
सिंघवी ने इन पर वादे तोड़ने, विश्वासघात करने और सभी आशाएं भंग करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि टीआरएस सरकार ने प्रदेश में लोकतंत्र के स्तंभों को समाप्त कर दिया और विधायिका, न्यायपालिका और मीडिया को तोड़ा-मरोड़ा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राव ने प्रदेश मोह से ज्यादा पुत्रमोह, पुत्रीमोह और परिवार मोह को तवज्जो दी है।
सिंघवी ने कहा कि अगर प्रदेश में सच में जनता का शासन होता तो इन सभी लोगों पर धोखेबाजी और साजिश के मामले होते। उन्होंने तेलंगाना निर्माण के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान 1,200 से ज्यादा युवा शहीद हुए थे, लेकिन उनके बलिदान पर सवार होकर राव सत्ता में आ गए और उन वादों को निभाने में नाकाम रहे जो उन्होंने चुनावों से पहले किए थे। इनमें उन परिवारों को 10 लाख रुपए आर्थिक सहायता, मुफ्त शिक्षा, सरकारी नौकरी और तीन एकड़ जमीन का वादा था।
सिंघवी ने प्रदेश सरकार और टीआरएस नेताओं पर वादा तोड़ने और लोगों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने एमसीए के एक छात्र का उदाहरण दिया जिसने विरोध प्रदर्शन के दौरान अप्रेल 2010 में खुद को आग लगा ली थी। उसके अंतिम संस्कार में टीआरएस के कई नेता इकट्ठे हुए थे। सिंघवी ने आरोप लगाया कि अब टीआरएस सरकार कहती है कि वह मुआवजा देने के लिए उस परिवार को ढूंढ़ नहीं सकती।
सिंघवी ने आरोप लगाया कि पूरे देश में भ्रष्टाचार के मामले में तेलंगाना दूसरे स्थान पर है। उन्होंने टीआरएस नेताओं पर विभिन्न परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उन्होंने के. चंद्रशेखर राव द्वारा पारदर्शिता के दावों को झूठा करार दिया। साथ ही सूचना का अधिकार के तहत दायर की गई कई अर्जियों को खारिज करने का आरोप लगाया। उल्लेखनीय है कि तेलंगाना में 7 दिसंबर को विधानसभा होने हैं।