रायचूर। केन्द्रीय भाजपा नेताओं द्वारा दी गई सख्त चेतावनी के बावजूद भी वरिष्ठ भाजपा नेता केएस ईश्वरप्पा, जो राज्य विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी है, ने मंगलवार को सांगोली रायन्ना ब्रिगेड क्रियाकलाप को जारी रखने के अपने दृ़ढ निश्चय की घोषणा की। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ब्रिगेड जारी रखने की सहमति दी है। ईश्वरप्पा ने यहां घोषणा की कि ब्रिगेड का एक दिवसीय सम्मेलन ८ मई को रायचूर में होगा जिसमें कार्यकर्ताओं को ‘प्रधानमंत्री का पिछ़ड वर्ग आयोग’’ के बारे में जानकारी दी जाएगी। संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग एक हजार ब्रिगेड कार्यकर्ता उसमें भाग लेंगे जिन्हें आयोग की मुख्य विशेषताओं के बारे में अवगत कराया जाएगा। ईश्वरप्पा ने दोहराया कि ब्रिगेड का उद्देश्य दलित, गरीब और निचले तबके के लोगों की मदद करना है और इसके क्रियाकलापों से भाजपा को फायदा होगा जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का माहौल ज्यादा मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी में चल रहे विवाद के निराकरण के लिए हमने १० मई तक का अंतिम समय दिया है और अगर उस समय तक कुछ नहीं हुआ तो हम अगली कार्रवाई करेंगे। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि केन्द्रीय नेतृत्व इसमें हस्तक्षेप कर जल्द ही मुद्दे का समाधान करेगा। उन अटकलों को कि उन्हें (ईश्वरप्पा) विधान परिषद के विपक्ष के नेता पद से हटा दिया जाएगा, को सिरे से खारिज करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि पार्टी प्रभारी मुरलीधर राव उनके खिलाफ ऐसी कार्रवाई नहीं करेंगे क्योंकि मैं पार्टी विरोधी क्रियाकलापों में संलिप्त नहीं रहा ंहूं। मैंने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है और कई पार्टी पदों पर था और कभी भी पार्टी विरोधी क्रियाकलाप में संलिप्त नहीं रहा। एक प्रश्न के जवाब में, उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि अगला मुख्यमंत्री येड्डीयुरप्पा ही होंगे और केन्द्रीय नेताओं ने इस संबंध में बहुत पहले ही निर्णय ले लिया था और किसी ने इसका विरोध नहीं किया। मैसूरु में ६ और ७ मई को भाजपा कार्यकारिणी समिति की बैठक में भाग लेने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक आमंत्रण नहीं मिला है और अगर उन्हें आमंत्रित किया जाएगा तो भाग लूंगा।
चेतावनी के बावजूद ब्रिगेड क्रियाकलापों को बढा रहे हैं ईश्वरप्पा
चेतावनी के बावजूद ब्रिगेड क्रियाकलापों को बढा रहे हैं ईश्वरप्पा