बेलगावी। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी एस येड्डीयुरप्पा ने दो राज्यों के बीच कलसा बंडूरी नदी के जल विवाद को हल करने के लिए गोवा के साथ बात करने का आश्वासन दिया है। यहां संवाददाताओं से बात करते हुए येड्डीयुरप्पा ने कहा कि उन्होंने पहले ही केंद्रीय मंत्री अनंतकुमार के साथ इस मुद्दे को उठाया है और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरामैया की भाजपा शासित गोवा और महाराष्ट्र सरकारों के साथ बातचीत कराने के लिए तैयार है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दोनों राज्यों में इस मध्यस्थता के लिए विपक्षी दलों की सहमति लेनी चाहिए। येड्डीयुरप्पा ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों की तर्ज पर किसानों के कर्ज माफ करने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दरामैया से आग्रह किया। उन्होंने सिद्दरामैया से अपनी मांग को दोहराया कि केंद्र सरकार की ओर अंगुली उठाने के बजाय अपने स्तर पर एक लाख रुपए तक के ऋण को माफ कर देना चाहिए।उत्तर प्रदेश सरकार ने एक लाख रुपए तक के खेती के कर्ज को माफ कर दिया था। महाराष्ट्र ने भी सहकारी ऋण समितियों से ऋण प्राप्त करने वाले किसानों को राहत देने की घोषणा की है। सिद्दरामैया को भी इसका पालन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा वर्ष २०१६-१७ में इस क्षेत्र में सूखे की स्थिति के चलते ५५ से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। सूखे के कारण ब़डे जल संग्रह क्षेत्र और नदियां सूख चुकी हैं, मुख्य रूप से उत्तर कर्नाटक में यह हालात हैं। उन्होंने कहा, मैंने पिछले पखवा़डे में १३ सूखा प्रभावित जिलों का दौरा किया है। किसानों की मदद करने के बजाय मुख्यमंत्री मेरे दौरे पर व्यंग्य कस रहे हैं। येड्डीयुरप्पा ने आरोप लगाया कि सरकार ने सिंचाई परियोजनाओं में लूटमचा रखी है। परियोजनाओं के अग्रिम भुगतान के लिए अदालत में याचिका दायर की गई है। उन्होंने कहा कि चुनावों के बाद भाजपा सरकार बनने पर उनका पहला काम इन सिंचाई परियोजनाओं में किये जा रहे भ्रष्टाचार और धोखाध़डी को उजागर करना होगा। येड्डीयुरप्पा नाश्ते के लिए यहाँ पार्टी के दलित कार्यकर्ता के घर पर गए।
बेलगावी में मंगलवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बीएस येड्डीयुरप्पा।