बेंगलूरु। दिवंगत कन्ऩड अभिनेता डॉ राजकुमार की पत्नी एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्माता पार्वतम्मा राजकुमार का बुधवार को शहर के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे ७७ वर्ष की थीं और पिछले लम्बे समय से बीमार चल रही थी। वे अपने पीछे तीन पुत्रों सहित भरा पूरा परिवार छो़ड गई हैं। उनके तीनों पुत्र भी मशहूर अभिनेता हैं। स्थानीय रामैया अस्पताल में करीब २० दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझते हुए उन्हांेने बुधवार त़डके ४.४० बजे अंतिम सांस ली। उनके पुत्र राघवेन्द्र राजकुमार ने कहा, मां के जीवन के अंतिम क्षणों में मेरे सहित अन्य दोनांे भाई शिवराजकुमार और पुनीत राजकुमार मौजूद थे। अस्पताल विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्वतम्मा स्तन कैंसर से पीि़डत थीं जो यकृत (लीवर) और फेफ़डे में फैल गया था। उनकी किडनी भी काम करना बंद कर चुकी थी। पार्वतम्मा के राजकुमार के स्वामित्व वाली वजरेश्वरी कम्बाइन (संयुक्त) ने अब तक १०० से अधिक फिल्में निर्मित की हैं जिनमें से अधिकांश काफी लोकप्रिय रहीं। पार्वतम्मा का जन्म वर्ष-१९३९ में हुआ था। उनके पिता अप्पाजीगौ़डा एक स्कूल अध्यापक थे और मां का नाम लक्ष्मम्मा था। गौ़डा कर्नाटक संगीत के शिक्षक थे। संयोगवश पार्वतम्मा के पिता ने राजकुमार को भी संगीत की शिक्षा दी थी जिनसे पार्वतम्मा की शादी हुई। पार्वतम्मा का अंतिम संस्कार बुधवार को स्थानीय कंटीरवा स्टूडियो में स्व. राजकुमार की समाधि के बगल में किया गया। फ्द्नर् ज्य्द्मर् द्बय्द्मर् ब्यडत्रद्भह्र द्मष्ठ ख्रर् य्हय्ैंज्ययइसके पूर्व सदाशिवनगर स्थित उनके निवास पर पार्वतम्मा का पार्थिव शरीर जनता के अंतिम दर्शनार्थ रखा गया है। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार परिवार ने उनकी आंखें दान कर दी। पार्वतम्मा के निधन पर मुख्यमंत्री सिद्दरामैया, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येड्डीयुरप्पा, वीरप्पा मोइली, डीबी सदानंद गौ़डा और जगदीश शेट्टर, केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई अन्य राजनीतिज्ञों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने संवेदना व्यक्त की।
अब नहीं रहीं ‘पार्वतम्मा राजकुमार’
अब नहीं रहीं ‘पार्वतम्मा राजकुमार’