बेंगलूरु। राज्य सरकार की अन्न भाग्या योजना में कथित घोटाले को अब आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत से जो़डकर देखा जाने लगा है। बताया जाता है कि अनुराग तिवारी के भाई मयंक तिवारी ने इस संबंध में राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री यूटी कादर के साथ बात की है। हाल ही में तिवारी की लखनऊ में रहस्यमयी ढंग से हुई मौत के बाद यह अफवाह सुर्खियों में है कि विभाग में आयुक्त के पद पर कार्य करते हुए तिवारी ने ब़डे घोटाले का पर्दाफाश किया था जिसमें योजना (अन्ना भाग्य) के निमित ३४ लाख किग्रा. से अधिक चावल को अवैध रूप से कालाबाजारी कर बेचा गया था। कई लोगों ने यह अंदेशा जताया है कि इस घोटाले की जानकारी अनुराग तिवारी को थी और इसमें संलिप्त लोगों ने तिवारी की जान ली होगी। इस बीच खबरों के अनुसार मयंक का दावा है कि अनुराग ने उन्हें राज्य में हुए कथित घोटाले के बारे में स्वयं बताया था। इसलिए मयंक को संदेह है कि उनके भाई की हत्या में उन लोगों (घोटाले से जु़डे) का हाथ हो सकता है। बताया जाता है कि मयंक ने कादर से आग्रह किया है कि अनुराग के लिए न्याय दिलाने में परिवार की मदद करें। ऐसा माना जाता है कि मयंक को सांत्वना देते हुए कादर ने कहा कि अनुराग एक कर्मठ और ईमानदार अधिकारी थे। हालांकि, तिवारी की मौत उत्तरप्रदेश में हुई है, इसलिए उत्तरप्रदेश सरकार को सवालों के जवाब देने चाहिएं। उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है और कर्नाटक सरकार ने जांच में भरपूर सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिया है। बताया जाता है कि कादर ने मयंक से कहा कि अनुराग तिवारी ने अन्न भाग्या योजना में घोटाले की जानकारी न तो मुख्यमंत्री को और न ही गृहमंत्री को और ना ही उन्हें दी थी।
सीबीआई जांच में सहयोग देने का कादर का वादा
सीबीआई जांच में सहयोग देने का कादर का वादा