बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भाजपा के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को यहां जारी एक बयान में कांग्रेस द्वारा जारी किए गए लोकसभा चुनाव घोषणापत्र को देश की आर्थिकी को बर्बाद करने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर इस घोषणापत्र को लागू करने की कोशिश की गई तो देश में फिर से कांग्रेसी अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के कार्यकाल की तरह वित्तीय घाटा और मुद्रास्फीति की हालत देखने को मिलने लगेगी। यही नहीं, इस घोषणापत्र में देश के सुरक्षाहितों की अनदेखी करने की मंशा भी स्पष्ट हो गई है। इसमें जो मानसिकता झलकती है, उससे बिल्कुल साफ है कि यह घोषणापत्र देश को दोबारा जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के वर्चस्व के दिनों में लौटाकर ले जाने की तैयारी का दस्तावेज है।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा, यह घोषणापत्र देखने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष राहुल गांधी से यह पूछने की जरूरत महसूस होती है कि वह कांग्रेस घोषणापत्र जारी ही क्यों करते हैं, जबकि उनकी पार्टी अपना कोई भी वादा कभी नहीं निभा सकी? जो घोषणापत्र आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जारी किया गया है, उसे पूरा करने का अवसर भी शायद ही उनकी पार्टी को मिल सके। फिर इस प्रकार के दस्तावेज जारी करने की जरूरत ही क्या है?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इन प्रश्नों का उत्तर दें या न दें, इनका असली उत्तर यह है कि कांग्रेस अध्यक्ष सत्ता की बेचैनी महसूस कर रहे हैं और देश में राजनीतिक विमर्श को एक गलत मोड़ देना चाहते हैं ताकि लोगों के मन में उत्पन्न हुए सवालों से उनका ध्यान भटकाया जा सके। इनमें खास तौर पर दो मुद्दों पर राष्ट्रव्यापी बहस होनी चाहिए। पहला मुद्दा यह कि संप्रग और राजग की सरकारों में से किसने बेहतर काम किया? दूसरा यह कि कर्नाटक के साथ ही केंद्र की सत्ता में रहते हुए कांग्रेस किस प्रकार से भ्रष्टाचार में लिप्त रही।