मुद्दू हनुमेगौड़ा ने उम्मीदवारी वापस ली, देवेगौड़ा की राह हुई आसान

मुद्दू हनुमेगौड़ा ने उम्मीदवारी वापस ली, देवेगौड़ा की राह हुई आसान

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टुमकूरु/दक्षिण भारत। टुमकूरु से अपनी सीट बरकरार रखने के लिए नामांकन दाखिल करने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्य मुद्दू हनुमेगौड़ा ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद शुक्रवार को अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। इसके साथ ही यहां से जीत दर्ज करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (एस) के सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा की राह भी आसान हो गइ्र है।

मुद्दू हनुमेगौड़ा ने टुमकूरु सीट अपने पास बरकरार रखने के लिए कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने से नाराजगी जताते हुए देवेगौड़ा के खिलाफ कांग्रेस के ही प्रत्याशी के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल कर दिया था। कांग्रेस ने जनता दल (एस) के साथ समझौते के तहत गठबंधन सहयोगी के लिए टुमकूरु सीट छो़ड दी थी।

वह 10 कांग्रेस सांसदों में अकेले लोकसभा सदस्य हैं जिन्हें कर्नाटक से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिया गया है। इससे नाराज मुद्दु हनुमेगौड़ा ने अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरने का फैसला किया था। लेकिन सीट छोड़ने के लिए उनकी यह विवशता और उसके प्रति आक्रोश देखा जा सकता है।

नामांकन वापस लेने के लिए वह स्वयं नामांकन अधिकारी के यहां नहीं गए अपितु अपने विश्वस्त साथी को वहां भेजा और नाम वापस लिया। वहीं, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव और उपमुख्यमंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने उनको टुमकूरु सीट से अपना नामांकन वापस लेने के लिए मनाने की खातिर उनके साथ कई दौर की बातचीत की।

वहीं, हनुमेगौड़ा ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद उनके साथ बातचीत की और फिर अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया। उन्होंने शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पार्टी हाई कमान ने उन्हें इस सीट को छोड़ने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, मैं टुमकूरु में अपने समर्थकों के साथ बैठक में इस निर्णय की घोषणा करूंगा।

पत्रकार वार्ता के बाद उन्होंने अपने समर्थकों के साथ चुनाव अधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। माना जा रहा है कि उनके मैदान से हटने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा की जीत की राह पक्की हो गई है, जिन्होंने अपने पोते प्रज्ज्वल रेवन्ना के लिए अपनी पुरानी हासन लोकसभा सीट खाली करने के बाद 25 मार्च को इस सीट से आपना नामांकन दाखिल किया था। अब उनका मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा के उम्मीदवार जीएस बसवराजू से होने वाला है।

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