एनआईए की छापेमारी में हैंड ग्रेनेड, टाइमर डिवाइस, आईईडी और विस्फोटक बरामद
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को बेंगलूरु में आतंकियों की एक बड़ी साजिश का भंडाफोड़ कर दिया। अधिकारियों ने छापा मारकर बम बनाने से जुड़ी गतिविधियों का खुलासा किया। मौके से ग्रेनेड और आईईडी भी बरामद किए गए।
एनआईए ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनका ताल्लुक बांग्लादेश से बताया गया है। दरअसल एनआईए को बर्धमान (प. बंगाल) विस्फोट के आरोपी के माध्यम से यहां बम निर्माण की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बर्धमान विस्फोट के आरोपी हबीबुर रहमान, जो इस साल जनवरी से एनआईए की हिरासत में है, से जांच एजेंसी को बेंगलूरु में उन जगहों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली जिनका इस्तेमाल बम निर्माण इकाइयों के तौर पर हो रहा था।
तबाही मचाने का सामान
हबीबुर रहमान से मिली जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए एनआईए ने उत्तरी बेंगलूरु के सोलदेवनहल्ली में एक स्थान पर छापा मारा। इस दौरान एनआईए अधिकारियों ने पांच हैंड ग्रेनेड, एक टाइमर डिवाइस, तीन इलेक्ट्रिक सर्किट, विस्फोटक पदार्थ और आईईडी एवं रॉकेट में इस्तेमाल होने वाला सामान बरामद किया।
पूरी तरह से तैयार किया हुआ एक आईईडी भी बरामद किया गया जो कथित तौर पर बेंगलूरु के भीड़भाड़ वाले इलाकों में से एक को निशाना बनाने के लिए निर्मित किया गया था। एनआईए ने छापेमारी में बम निर्माण गतिविधियों से जुड़े तीन बांग्लादेशियों को दबोचा है।
संदिग्ध ने उगले थे राज़
बता दें कि इसी साल जनवरी में एनआईए ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) मॉड्यूल के एक प्रमुख संदिग्ध को गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर 2014 के बर्धमान विस्फोट में शामिल रहा था। उसे पश्चिम बंगाल में हुगली के आरामबाग से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार किया गया शख्स कादेर उर्फ कोदोर काजी उर्फ हारुन (32) जेएमबी भारत के प्रमुख कौसर उर्फ बोमा मिजान का बहनोई है। काजी साल 2014 के जेएमबी मॉड्यूल के मुख्य भर्तीकर्ताओं में से एक था। वह बीरभूम जिले में अपने संगठन का प्रमुख संचालक भी था।
उसके सहयोगी सज्जाद अली उर्फ हबीबुर रहमान (20) को एक कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया था। काजी और अली बीरभूम के किरनहर के निवासी हैं। अक्टूबर 2014 में पश्चिम बंगाल में बर्धमान के खगरगढ़ इलाके में एक घर में बम धमाका हुआ था, जिसमें दो लोग मारे गए और एक घायल हुआ। हाल में प्रकाशित कुछ रिपोर्ट्स में भी इस तथ्य की ओर संकेत किया गया था कि बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन प. बंगाल सहित भारत के अन्य इलाकों में अपनी जड़ें जमाने की कोशिश कर रहे हैं।