बेंगलूरु/दक्षिण भारत। राज्य में दो बार आई भयंकर बाढ़ से उपजे हालात के मद्देनजर ग्रामीण विकास मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि क्लाउड सीडिंग (कृत्रिम वर्षा) परियोजना को अब जारी रखने की जरूरत नहीं है। उन्होंने गुरुवार को यहां विधानसभा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण 22 जिलों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, मेरी व्यक्तिगत राय के अनुसार इस परियोजना की जरूरत नहीं है।
उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि निविदाएं दो साल के लिए क्यों दी गई हैं। उन्होंने कहा कि धन का किसी भी कीमत पर दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि अपशिष्ट प्रबंधन पर 528 ग्राम पंचायत अध्यक्षों के साथ चर्चा की गई। इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा कि अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पादन किया जा सकता है।
राज्य में कृत्रिम वर्षा परियोजना की जरूरत नहीं : ईश्वरप्पा
राज्य में कृत्रिम वर्षा परियोजना की जरूरत नहीं : ईश्वरप्पा