बेंगलूरु/दक्षिण भारत। नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में मंगलवार को एक समारोह में पोर्टल ‘फ्रूट्स’ (फार्मर रजिस्ट्रेशन एंड यूनिफाइड बेनिफिशियरी इन्फॉर्मेशन सिस्टम) का उद्घाटन किया गया। यह कर्नाटक सरकार का ई-गवर्नेंस का प्रोजेक्ट है।
केनरा बैंक की कार्यकारी निदेशक ए. मणिमेखलाई ने संबोधन में कहा कि कर्नाटक सरकार सुलभ बैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए तकनीकी पहल के मामले में हमेशा सबसे आगे रही है, जैसे कि भूमि पैकेज, ऋण माफी पोर्टल और फ्रूट्स पोर्टल। फ्रूट्स पोर्टल भूमि विवरण प्राप्त करने और मान्य करने के लिए कर्नाटक के भूमि पैकेज से एकीकृत है। उन्होंने पायलट परियोजना शुरू करने के लिए राज्य सरकार और नाबार्ड को धन्यवाद दिया और आश्वासन दिया कि परियोजना को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस अवसर पर, कर्नाटक सरकार के ई-गवर्नेंस के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव चावला ने बताया कि सरकार की ओर से राज्य के सभी किसानों को भूमि और अन्य विवरणों को एक पोर्टल पर लाने की यह नवीनतम पहल है।
उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर सभी किसानों को पंजीकृत किया जाएगा और उन्हें एक एफआईडी नंबर दिया जाएगा। इस संख्या का उपयोग करते हुए, वित्तीय और उधार देने वाले संस्थान किसानों की भूमि के विवरण जानकर उनकी आवश्यकताओं के आधार पर ऋण देने के संबंध में त्वरित निर्णय ले सकते हैं।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक और कर्नाटक क्षेत्रीय कार्यालय के प्रमुख नीरज वर्मा ने बताया कि नाबार्ड हमेशा विभिन्न मोर्चों पर पहल करके किसानों के जीवन स्तर में सुधार लाने में सबसे आगे है। उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट को स्वीकार करने के लिए केनरा बैंक की सराहना की और उम्मीद जताई कि जल्द ही सभी वित्तीय संस्थान पोर्टल पर आ जाएंगे ताकि किसानों का एक ही डेटा स्रोत हो।
इस अवसर पर नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. केयू विश्वनाथन और केनरा बैंक के उप महाप्रबंधक केआर बद्रीनाथ ने अतिथियों का स्वागत किया।