बेंगलूरु: किसानों को ट्रैक्टर रैली की अनुमति देने से पुलिस का इन्कार

बेंगलूरु: किसानों को ट्रैक्टर रैली की अनुमति देने से पुलिस का इन्कार

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। गणतंत्र दिवस पर शहर में होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली के लिए पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने सोमवार को अनुमति देने से इन्कार कर दिया। केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में लगभग 20,000 किसानों की 26 जनवरी को शहर के नाइस रोड से फ्रीडम पार्क तक एक ट्रैक्टर रैली निकालने की योजना थी।

इस संबंध में पुलिस कमिश्नर ने शहर में इन वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए सोमवार शाम से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के आदेश भी जारी किए हैं।

गौरतलब है कि किसानों के एक समूह ने राज्य सरकार से आग्रह किया था कि वे गणतंत्र दिवस के मौके पर शहर में एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें अनुमति मिले। किसान संघ के नेताओं ने सोमवार को कहा कि किसान शांति भंग करने के लिए राजधानी नहीं आ रहे हैं, वे रैली के दौरान पुलिस का सहयोग भी करेंगे।

अभी तक तय कार्यक्रम के मुताबिक किसानों की रैली 8 से 10 हजार वाहनों के साथ नाइस रोड जंक्शन के पास मदावरा से शुरू होने की उम्मीद थी। परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण होने के बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री का भाषण पूरा होने पर किसानों ने अपनी रैली शुरू करने का कार्यक्रम तय किया था।

हालांकि पंत ने कहा कि हम किसी भी ट्रैक्टर को शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देंगे। फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन के बारे में हमें सूचित किया गया था जिस पर हम विचार कर रहे हैं। हम गणतंत्र दिवस के मौके पर सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं। हम ट्रैक्टर या किसी भी तरह के वाहनों को रैली का हिस्सा नहीं बनने देंगे।

इस बीच, किसान नेताओं ने कहा है कि प्रदर्शनकारी किसी भी तरह की हिंसा, पथराव आदि का सहारा नहीं लेंगे। नेताओं ने वाहनों और प्रदर्शनकारियों की संख्या को कम से कम रखने का भी वादा किया है।

पुलिस हाईकमान ने आसपास के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि किसी भी ट्रैक्टर को उनके गांवों से नहीं जाने दिया जाए। जिन कुछ जिलों को लेकर पुलिस ने चेतावनी जारी की है उनमें बेंगलूरु ग्रामीण, चिक्कबल्लपुरा, तुमकुर, रामनगर, मगदी, कनकपुरा, अनेकल, नेलमंगला, डोड्डाबल्लापुरा, देवनहल्ली, होसकोटे और कोलार शामिल हैं।

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