बेंगलूरु/दक्षिण भारत। प्री यूनिवर्सिटी शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन के दौरान छात्रों के ऑफलाइन कक्षाएं नहीं ले पाने की स्थिति को देखते हुए इस वर्ष परीक्षाओं में शामिल होने वाले द्वितीय पीयूसी यानी बारहवीं बोर्ड छात्रों को उपस्थिति नियमों में ढील देने का फैसला किया है।
वहीं कोरोनाकाल के बाद बारहवीं कक्षाओं के लिए संस्थानों को एक बार फिर खोल दिया गया है लेकिन अभी ऑफलाइन कक्षाओं में छात्र नहीं आ रहे हैं। ऐसे में बोर्ड ने इस शैक्षणिक वर्ष के लिए नियमों में ढील देने पर विचार किया है।
गौरतलब है कि कर्नाटक शिक्षा अधिनियम 2006 के अनुसार पीयूसी, स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमा पाठ्यक्रम हेतु अंतिम परीक्षा में बैठने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति होनी आवश्यक है। वहीं इससे कम होने पर छात्रों को अगले शैक्षणिक वर्ष में परीक्षा देनी होती है।
वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने बताया कि जून के पहले सप्ताह में कक्षा 10 और 12 के लिए बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी जिनके लिए सिलेबस में 30 फीसदी की कटौती की गई है।