दक्षिण कन्नड़ जिले में बनेगा पहला चॉकलेट पार्क
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। कर्नाटक को मदिकेरी-मेंगलूरु रोड पर प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के पास जल्द ही अपना पहला चॉकलेट पार्क मिलने जा रहा है। यहां लोग पार्क में घूमने के अलावा चॉकलेट बनते हुए भी देख पाएंगे और इसका स्वाद ले सकेंगे।
यह पार्क दक्षिण कन्नड़ जिले के पुत्तूर के पास कावू में तैयार किया जा रहा है। सेंट्रल आरकेनट और कोको मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग कोऑपरेटिव लिमिटेड (कैम्पको) अपने परिसर के अंदर इस पार्क का निर्माण कर रहा है।
बता दें कि पुत्तूर में मौजूद कैम्पको के कारखाने में वर्तमान में लगभग 23 तरह की चॉकलेट बनाई जाती हैं। कैम्पको के अध्यक्ष किशोर कुमार कोडगी ने बताया कि बहुत से लोग महाबलेश्वर, ऊटी और अन्य स्थानों पर चॉकलेट बनाने का अनुभव लेने के लिए जाते हैं। हम यहां भी कुछ ऐसा ही बनाना चाहते थे। पास में एक छोटा-सा पहाड़ी इलाका है जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जिसे हनुमान बेट्टा कहा जाता है। यहीं पर लोग चॉकलेट बनते देख सकते हैं और ताज़ी बनी चॉकलेट खा भी सकते हैं।
उन्होंने बताया कि परिसर के अंदर कोको, एस्का नट और काली मिर्च को स्टोर करने के लिए एक विशाल गोदाम का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 30 करोड़ रुपए है और यह ढाई एकड़ भूमि में फैला हुआ है। उन्होंने उम्मीद जताई कि चॉकलेट पार्क तीन से चार करोड़ रुपए के बजट में बन जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस साल मार्च-अप्रैल तक चॉकलेट फैक्ट्री के मॉडल का काम खत्म हो जाएगा। फिर छोटे बच्चों के खेल मैदान, कृत्रिम झरने और उसके बाद चॉकलेट स्टोर का निर्माण शुरू होना है। उन्होंने कहा कि वे 2021 के अंत तक जनता के लिए पार्क खोलने की उम्मीद कर रहे हैं।