दावणगेरे/दक्षिण भारत। मंत्रिमंडल विस्तार के एक दिन बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने ‘असंतुष्टों’ को सलाह दी कि वे अपनी ‘समस्याएं’ आलाकमान के समक्ष उठाएं और इस संबंध में सार्वजनिक बयान देने से बचें।
यहां जीएमआईटी हेलिपैड पर मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास पार्टी आलाकमान का पूरा समर्थन है। उन्होंने ‘असंतुष्ट’ विधायकों और विधान परिषद सदस्यों से अनुरोध किया कि वे इस मामले में अपनी शिकायत केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचाएं जो उचित निर्णय करेगा।
येडियुरप्पा ने कहा कि कुछ मुद्दों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करने से पार्टी और सरकार की छवि खराब होगी। इसके बजाय वे (असंतुष्ट) आलाकमान से बात कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जो ऐसा (आलाकमान से बात) करेंगे, वे उस पर आपत्ति नहीं जता रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार में ‘ब्लैकमेल’ से संबंधित आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे ऐसे आरोपों से नहीं डरते हैं और यह विस्तार आलाकमान के निर्देशानुसार किया गया है।
विस्तार से पहले सभी विकल्पों का आकलन किया गया था। आलाकमान के निर्देशानुसार एक स्थान खाली रखा गया है। बता दें कि बुधवार को सात नए मंत्रियों को शामिल करके मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था।