करूर/दक्षिण भारत। एचआरसीई विभाग के अधिकारियों को करूर में अरावकुरिची के पास मालाककोविलुर में महाबलेश्वर मंदिर का जीर्णोद्धार करते हुए एक भूमिगत गुफानुमा कक्ष मिला है।
100 साल से भी ज्यादा पुराना यह मंदिर पिछले दिनों काफी जर्जर स्थिति में आ गया था। ऐसे में मंदिर और उसके गलियारों को पुनर्निर्मित करने के लिए विभाग को एक प्रस्ताव भेजा गया, जिसके बाद अधिकारियों ने कुछ दिन पहले उसके जीर्णोद्धार का काम शुरू किया था।
इसी दौरान मंदिर के एक हिस्से में जमीन खोदते समय श्रमिकों को एक भूमिगत मार्ग मिला जिससे वो एक गुफानुमा कक्ष तक पहुंच गए।
उन्होंने नागमपल्ली पंचायत अध्यक्ष तमिल मणि को इस बारे में सूचित किया जिन्होंने फिर अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।
सूचना मिलने पर एचआरसीई के जिला सहायक आयुक्त सूर्य नारायणन, करूर पसुपतेश्वर मंदिर के कार्यकारी अधिकारी शंकरन ने गुफा का निरीक्षण किया। अभी विभाग इस कक्ष को तमिल पुरातत्व और संग्रहालय विभाग या मंदिर प्रशासन को सौंपने पर मंथन कर रहा है।