नई दिल्ली/बेंगलूरु/भाषा। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कर्नाटक की पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे विनय कुलकर्णी एवं दो अन्य के विरुद्ध धारवाड़ के भाजपा जिला पंचायत सदस्य योगेश गौड़ा की हत्या के मामले में आरोपपत्र दायर किया है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धारवाड़ की विशेष अदालत में कुलकर्णी के अलावा चंद्रशेखर इंडी और शिवानंद बिरदार के विरूद्ध भी आरोपपत्र दायर किया है। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आरोपियों की गौड़ा से व्यक्तिगत दुश्मनी और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी क्योंकि गौड़ा ने 2016 में जिला पंचायत के चुनाव से हटने की उनकी पेशकश ठुकरा दी थी।
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा, ‘जांच से सामने आया कि पूर्व मंत्री ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर साजिश रची एवं उसके अनुसार उनका एक सहयोगी हत्या करने पर राजी हुआ। आरोप यह भी है कि आरोपियों द्वारा जमीन का एक सौदा किया गया था और कथित जमीन विवाद को हत्या की वजह के रूप में पेश किया गया। इसके अलावा सीबीआई ने तीन देशी पिस्तौल भी जब्त की।’
अधिकारियों के अनुसार बेंगलूरु से आए हत्यारों को हत्या के पहले प्रयास के दिन सात जून 2016 की रात को कुलकर्णी के एक भरोसेमंद के रिसोर्ट में ठहराया गया। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि जांच में सामने आया कि कुलकर्णी के एक सहयोगी ने बेंगलूरु से अन्य आरोपी का इंतजाम किया था और वे दो बार धारवाड़ गए थे।
प्रवक्ता ने कहा, ‘पहले मौके पर वे उक्त आरोपी (कुलकर्णी) द्वारा कथित रूप से डांडेली में किए गए इंतजाम के तहत एक रिसॉर्ट में ठहरे थे। उन्होंने दूसरी कोशिश के दौरान कथित रूप से हत्या की। ये आरोपी अपराध करने के बाद भाग गए।’
कुलकर्णी 2013 में धारवाड़ से विधानसभा चुनाव जीते थे लेकिन 2018 में वह भाजपा के अमृत अयप्पा देसाई से हार गए। अधिकारियों के अनुसार 15 जून, 2016 को भाजपा के जिला पंचायत सदस्य गौड़ा की अज्ञात व्यक्तियों ने हत्या कर दी। सीबीआई ने कर्नाटक सरकार की सिफारिश पर यह जांच अपने हाथ में ली।