बेंगलूरु/भाषा। अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वीके शशिकला को भ्रष्टाचार के एक मामले में चार वर्ष की कैद की सजा पूरी करने के बाद बुधवार को जेल से रिहा कर दिया गया। शशिकला कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी रिहाई की प्रक्रिया अस्पताल से पूरी की गई। एक सप्ताह पहले उनमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
पारापन्ना अग्रहारा कारागार के अधीक्षक वी शेषमूर्ति ने कहा, ‘हां, उन्हें औपचारिक रूप से रिहा कर दिया गया है।’ अस्पताल के सूत्रों के अनुसार पीपीई किट पहने जेल अधिकारियों ने अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में औपचारिकताएं पूरी कीं। शशिकला को अगले तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना होगा, उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं।
अस्पताल ने एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा, ‘प्रोटाकॉल के अनुसार अगर उन्हें तीन दिन तक ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत नहीं पड़ी और उनमें संक्रमण का कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है तो उन्हें 10वें दिन (30जनवरी) को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी।’
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता की करीबी मित्र शशिकला के समर्थकों की भीड़ अस्पताल के बाहर जुटी और इसमें शामिल लोगों ने अपनी नेता के पक्ष में नारेबाजी की। समर्थकों ने इस दौरान मिठाइयां भी बांटीं। जेल अधिकारियों द्वारा रिहा किए जाने के बाद शशिकला के रिश्तेदार एवं निर्दलीय विधायक टीटीवी दिनाकरण अस्पताल पहुंचे। वह अम्मा मक्क्ल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) के संस्थापक भी हैं।
शशिकला आय से अधिक 66 करोड़ रुपए की संपत्ति मामले में फरवरी 2017 से यहां पारापन्ना अग्रहारा के केन्द्रीय कारागार में बंद थीं। उनके साथ उनकी रिश्तेदार इलावरासी और दिवंगत जयललिता के दत्तक पुत्र वी एन सुधाकरण को भी सजा सुनाई गई थी। इनमें से सुधाकरण को एक माह पहले रिहा किया जा चुका है, वहीं इलावरासी को फरवरी के पहले सप्ताह में रिहा किया जाएगा।