बेंगलूरु/दक्षिण भारत। 10वीं की परीक्षा देने वाले दृष्टिबाधित छात्र जल्द ही राहत की सांस ले सकते हैं क्योंकि सरकार दिव्यांगता प्रमाणपत्रों के लिए एकल-खिड़की प्रणाली शुरू करने जा रही है।
एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि 374 छात्रों के लिए दक्षिण कन्नड़ में जो उपाय किए गए थे, उन पर अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।
गौरतलब है कि दक्षिण कन्नड़ में शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए एसएसएलसी परीक्षा (10वीं) में बैठने वाले विभिन्न दिव्यांग छात्रों के लिए लोक शिक्षण विभाग द्वारा दो दिवसीय चिकित्सा स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया था।
शिविर यह सुनिश्चित करने के लिए था कि इन छात्रों को एक छत के नीचे दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिए जाएं।
अधिकारी ने आगे बताया कि नई प्रक्रिया शुरू होने के बाद छात्रों को अपने साथ दो पासपोर्ट साइज फोटो, मूल आधार कार्ड, शारीरिक जैसे कागजात साथ लाने होंगे, जहां कुछ ही देर में उन्हें प्रमाण पत्र उपलब्ध करवा दिया जाएगा।