बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु में संक्रमण बढ़ने के साथ कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के बड़े पैमाने पर उल्लंघन के संबंध में सख्ती पर जोर देते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने चेतावनी दी कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री येडियुरप्पा की वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद लोगों के इकट्ठे होने को लेकर सख्त नियम लागू किए जाएंगे।
बेंगलूरु में कोरोना वायरस मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर सुधाकर ने लोगों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सुरक्षा उपायों का पालन करने की बात कही। सुधाकर ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा ने कड़े उपायों के बारे में स्पष्ट संदेश दिया है।
डॉ. सुधाकर ने कहा, ‘राज्य में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। पड़ोसी राज्यों में भी मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। मुख्यमंत्री ने दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं, अन्यथा सरकार के पास कठोर कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।’
मंत्री ने कहा कि सरकार जागरूकता पैदा करने के लिए एक विज्ञापन शृंखला शुरू कर रही है। इसके अलावा, राज्य का लक्ष्य टीकाकरण अभियान को बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि 15 लाख लोगों को अब तक टीका लगाया गया है। प्राथमिक अस्पतालों को प्रतिदिन कम से कम 100 टेस्ट करने का निर्देश दिया गया है। प्रतिदिन 500 टेस्ट सामान्य अस्पतालों के लिए लक्ष्य है।
सुधाकर ने कहा, प्रत्येक संक्रमित व्यक्ति के लिए कम से कम 20 प्राथमिक और द्वितीयक संपर्कों का पता लगाया जाना चाहिए। उन्होंने मामलों में बढ़ोतरी के पीछे कारण के तौर पर सीमावर्ती जिलों में मामलों की संख्या में वृद्धि को जिम्मेदार ठहराया।
मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना प्रसार को रोकने के लिए सख्त उपायों को लागू करने की सलाह दी है, क्योंकि वे इसे दूसरी लहर के संकेत के रूप में देखते हैं।
बता दें कि येडियुरप्पा ने स्थिति का आकलन करने के लिए कोविड-19 तकनीकी सलाहकार समिति के वरिष्ठ अधिकारियों और सदस्यों के साथ सोमवार को एक बैठक की थी। लगभग दो महीने तक एक दिन में 500 मामलों से नीचे रहने के बाद कर्नाटक में कोरोना वायरस के मामले 1,000 के करीब पहुंच गए हैं।