बेंगलूरु/दक्षिण भारत। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कर्नाटक में कोविड-19 टीकाकरण का दूसरा चरण एक मार्च से शुरू होगा। इसमें उन लोगों को शामिल किया जाएगा जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। साथ ही 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को भी टीकाकरण में शामिल किया जाएगा जिन्हें एक से ज्यादा गंभीर बीमारियां हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक में वरिष्ठ नागरिकों और उक्त आयु वर्ग वाले रोगियों को एक मार्च से प्रत्येक जिले में सभी तालुक और जिला स्तर के अस्पतालों और दो चिह्नित निजी अस्पतालों में टीका लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोग और विशिष्ट बीमारियों से पीड़ित 45-59 साल के बीच के लोग, जिनके पास पंजीकृत चिकित्सक का प्रमाणपत्र हो, को टीका लगाया जाएगा।
कर्नाटक के 31 जिलों में यह कोविड-19 टीकाकरण अभियान स्वास्थ्य देखभाल और सीमावर्ती श्रमिकों के लिए लक्षित टीकाकरण के पहले चरण के साथ समानांतर रूप से चलेगा।
कितना शुल्क?
कोविड-19 वैक्सीन सरकारी केंद्रों में मुफ्त होगी, वहीं निजी क्षेत्रों में 250 रुपए शुल्क लगेगा। इसमें 150 रुपए वैक्सीन की लागत होगी, जबकि 100 रुपए सेवा शुल्क होगा। टीका लगवाने वालों के पास यह विकल्प नहीं होगा कि वे भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लें या सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड।
सरकारी केंद्रों पर टीकाकरण सप्ताह में चार दिन – सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को होगा, जबकि निजी अस्पतालों में सभी कार्य दिवसों में लगवाया जा सकेगा। टीकाकरण ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की तर्ज पर होगा। प्रतिदिन सत्र के अनुसार संख्या 200 होगी। हालांकि, जिन लोगों ने खुद को ऑनलाइन पंजीकृत कराया है, उन्हें दिन में विशिष्ट समय आवंटित किया जाएगा।
कहां कराएं पंजीकरण?
बताया गया कि टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराते समय टीकाकरण केंद्रों का चयन कर सकते हैं या अपनी पसंद के केंद्र पर जाने के बाद ऑन-साइट पंजीकरण का लाभ भी उठा सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि लाभार्थी केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित तीन माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
हालांकि, शुरुआती कुछ दिनों में, टीकाकरण केवल शहरी और निजी चिकित्सा केंद्रों में ऑनलाइन पंजीकृत लाभार्थियों के लिए और ग्रामीण क्षेत्रों में ऑन-साइट और ऑनलाइन दोनों के लिए किया जाएगा।
ये भी हो सकते हैं शामिल
राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू किया गया था और यह स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों और फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं तक सीमित था। लाभार्थी कोविन 2.0 ऐप डाउनलोड करके या अन्य माध्यमों जैसे कि आरोग्य सेतु के माध्यम से पंजीकरण करा सकेंगे।
बताया गया कि स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता और फ्रंटलाइन कर्मचारी, जो टीकाकरण से चूक गए या वर्तमान टीकाकरण अभियान से बाहर रह गए, वे भी टीकाकरण केंद्रों का चयन कर सकते हैं।