बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बृहत् बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) फिलहाल आम नागरिकों को कोविड टीकाकरण सर्वे के लिए स्वयंसेवकों में शामिल कर रहा है जिसमें 60 साल से ऊपर और 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों का टीकाकरण होना जा रहे है जो दो या उससे अधिक तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित हैं।
टीकाकरण अभियान के चरण-3 के लिए लोगों का सर्वेक्षण करने के लिए इन स्वयंसेवकों को आशा कार्यकर्ताओं की ही तरह टैबलेट दिए जाएंगे। इसके लिए गूगल डॉक फॉर्म प्रसारित किए जा रहे हैं जिसमें नागरिकों को बीबीएमपी स्वास्थ्य विभाग के साथ सर्वेक्षण के लिए साइन अप करने के लिए अपना ई-मेल पता, पूरा नाम, फोन नंबर और वार्ड नंबर भरना होगा। आशा कार्यकर्ताओं के साथ उन्हें प्रति घर 10 रुपए दिए जाएंगे।
बीबीएमपी के विशेष आयुक्त, राजेंद्र चोलन ने कहा कि नागरिकों को न केवल कोविड वैक्सीन लाभार्थियों के सर्वेक्षण के लिए बल्कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत आने वाले नियमित स्वास्थ्य सर्वेक्षणों के लिए भी चुना जा रहा है। सर्वेक्षण पूरा करने के लिए कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है, लेकिन इसमें 15 से 20 दिन से अधिक का समय नहीं लगेगा।
आगे उन्होंने कहा कि एनजीओ भी बीबीएमपी के साथ मिलकर काम कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन क्षेत्रों में किया जा रहा है, जहां सरकारी स्वास्थ्य कर्मचारियों की कमी है। चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य और वार्ड स्तर के अधिकारी नागरिकों तक पहुंचेंगे अगर उन्हें ज्यादा लोगों की आवश्यकता होगी। चोलन ने कहा कि हमें 30 लाख घरों का सर्वेक्षण करना है और प्रति वार्ड 15 से 20 टीमों की इस काम के लिए जरूरत होगी।
डोर-टू-डोर सर्वे में इकट्ठा किए गए विवरण को बीबीएमपी द्वारा बनाई गई नमामि समुदाय ऐप पर अपलोड किया जाएगा। राज्य के बाकी हिस्सों के लिए पहले के स्वास्थ्य निगरानी सर्वे का उपयोग टीकाकरण के लिए किया जाएगा जिसमें वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती और कमजोर लोगों की संख्या का डेटा इकट्ठा किया गया था। केंद्र ने बुधवार को घोषणा की कि वह 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग और 45 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों के लिए पंजीकरण शुरू कर देगा जो दो या इससे अधिक बीमारियों से ग्रसित हैं।