बेंगलूरु/दक्षिण भारत। बेंगलूरु के छह रेलवे स्टेशनों को उप-शहरी सेवाएं बढ़ाने के लिए इंटर-मॉडल सुविधाएं मिलेंगी। यह जानकारी रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (राइट्स) ने रविवार को दी।
इसके तहत चिक्काबनवरा, बेंगलूरु छावनी, केएसआर, मुथ्याला नगर, लोट्टे गोल्ला हल्ली और केंगेरी रेलवे स्टेशनों बेहतर इंटरमॉडल कनेक्टिविटी और एकीकरण व उपनगरीय सेवाओं के लिए सुविधाएं मिलेंगी।
कर्नाटक रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंटरप्राइजेज (के-राइड) ने बेंगलूरु उपनगरीय रेल परियोजना के बारे में जानकारी दी है, जिसका बेंगलूरु और उसके आसपास की 148 किमी दूरी में संचालन किया जाएगा।
यात्री इन 60 प्रतिशत से अधिक स्टेशनों में मेट्रो, बीएमटीसी बसों और भारतीय रेलवे जैसे परिवहन के अन्य साधनों को इंटरचेंज कर सकेंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत मुख्य रेलवे स्टेशन राजनुकुंटे से व्हाइटफील्ड और व्हाइटफील्ड से केंगेरी तक शहर और उसके आसपास मॉडल कनेक्टिविटी से जुड़ेंगे।
ये हैं खास बिंदु
राइट्स ने कहा कि संशोधित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार केंगेरी सबस्टेशन से 500 मीटर के भीतर मेट्रो स्टेशन और बीएमटीसी टर्मिनल पारिजात लाइन का हिस्सा होंगे। बेंगलूरु शहर का रेलवे स्टेशन शहर का सबसे भीड़भाड़ वाला स्टेशन है। इसके तहत दो लाइनें पारिजात और सैंपिजे के लिए एक एंट्री चेंज जोड़ा गया है।
ये सुविधाएं
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार स्टेशन पर स्काईवॉक और एलिवेटेड कॉरिडोर के साथ मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा होगी। प्रोजेक्ट केएसआर रेलवे स्टेशन के मौजूदा रास्तों को प्रभावित नहीं करता है।
लंबे समय से रही मांग
बता दें कि यह प्रोजेक्ट बेंगलूरुवासियों की लंबी समय से मांग रही है। इससे यातायात समस्या के समाधान में भी मदद मिलेगी। साथ ही बेंगलूरु के बाहरी इलाकों का ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ाव मजबूत होगा। इस प्रोजेक्ट के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।