ईको फ्रेंडली प्रतिमाओं के लिए जागरुकता कार्यक्त्रम आयोजित

ईको फ्रेंडली प्रतिमाओं के लिए जागरुकता कार्यक्त्रम आयोजित

हैदराबाद। गणेश प्रतिमाओं के उपयोग और जागरुकता कार्यक्रम में हैदराबाद को एक उदाहरण बनना चाहिए। दूसरे शहरों के लोग भी इससे प्रेरणा लेकर मिट्टी से बनी गणेश प्रतिमाओं का प्रयोग करें। लोगों को गणेशोत्सव के दौरान ईको गणेश फे्रंडली गणेश प्रतिमाओं का उपयोग करना चाहिए। यह बातें राज्य के आईटी एवं नगरीय प्रशासन मंत्री केटी रामाराव ने शिल्पपाल वेदिका में ईको प्रतिमाओं के वितरण एवं जागरुकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। इस कार्यक्रम का आयोजन नगरपालिका प्रशासन और शहरी विकास विभाग (एमए और यूडी) ने किया था। इसमें स्कूली बच्चे, जीएचएमसी, एचएमडीए, पीसीबी समेत कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया। राव ने कहा कि हमें स्कूल, कॉलेज के छात्रों एवं युवाओं के बीच मिट्टी की प्रतिमाओं को बढावा देना है। पर्यावरण को बढावा देेने के लिए शहरवासियों को दो लाख से अधिक मिट्टी की प्रतिमाएं वितरित की जाएंगी। जीएचएमसी, एचएमडीए और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मिट्टी की प्रतिमाओं के स्टाल जगह-जगह लगाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए तय स्थानों और नंबरों की घोषणा शीघ्र की जाएगी।राव ने कहा कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) शहर में प्रतिमाओं के विर्सजन के लिए कृत्रिम तालाबों का निर्माण करेगा। हुसैनसागर और शहर की अन्य झीलों समेत सभी जलनिकायों में प्रदूषण कम करने के लिए लगभग २२ करो़ड की लागत से २५ तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने सभी संघों और संगठनों से शहर को प्रदूषण मुक्त करने की अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक मिट्टी की प्रतिमाओं का उपयोग करना चाहिए। इस मौके पर उपस्थित छात्रों को उन्होंने मिट्टी की मूर्तियां भी वितरित की।

About The Author: Dakshin Bharat