आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत का मामला विधानसभा में गूंजा

आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत का मामला विधानसभा में गूंजा

बेंगलूरु। मुख्य विपक्ष भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को कर्नाटक केडर के आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की रहस्यमय ढंग से उत्तरप्रदेश के लखनऊ में हुई मौत की चर्चा करने की मांग करते हुए कर्नाटक विधानसभा में धरना दिया। हालांकि सभापति केबी कोेलीवा़ड ने भाजपा की स्थगन प्रस्ताव की मांग को खारिज करते हुए कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। कर्नाटक विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा करने से कोई फायदा नहीं।इस बात को लेकर भारतीय जनता पार्टी और सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के सदस्यों के बीच नोंकझोक होने लगी। इस मुद्दे को लेकर भाजपा के सदस्यों ने सभापति के समक्ष वेल में प्रवेश किया और धरना प्रदर्शन किया। थो़डी देर बाद यह धरना प्रदर्शन वापस ले लिया गया। गौरतलब है कि अनुराग तिवारी देहरादून एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में गए थे तथा वहां से लखनऊ गए थे। पिछले माह लखनऊ में उनका शव रहस्यमय परिस्थितियों में आधिकारिक गेस्ट हाउस के पास स़डक किनारे मिला था। बुधवार को सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरु हुई विधानसभा में विपक्ष के नेता जगदीश शेट्टर ने इस मुद्दे पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने के लिए सभाध्यक्ष का ध्यान आकर्षित किया लेकिन उन्होंने इस प्रकरण की सीबीआई जांच चलने के कारण सदन में चर्चा कराने से मना कर दिया। शेट्टर ने आरोप लगाया कि सरकार तथ्यों को छिपा रही है। तिवारी एक सक्षम एवं ईमानदार अधिकारी थे। लखनऊ में संदेहास्पद स्थिति में शव मिलना अपने आप में एक उलझी गुत्थी है। अधिकारी खाद्य विभाग में पदस्थ थे और उस विभाग का एक ब़डा घोटाला उजागर करना चाह रहे थे। कानून मंत्री टीबी जयचन्द्रा ने कहा कि तिवारी की मौत कर्नाटक में नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश में हुई है। इस केस की जांच सीबीआई कर रही है। सदन में इस पर चर्चा करने की कोई आवश्यकता नहीं है। स्थिति की नाजुकता को देखते हुए सभापति कोलिवा़ड ने एक मिनट के लिए विपक्षी नेता से अपनी बात रखने को कहा। जगदीश शेट्टर ने कहा कि तिवारी की मौत के पीछे अनेक संदेह हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस विषय पर चर्चा नहीं करना चाहती, लगता है कि वह कुछ छिपाना चाहती है। ईमानदार एवं क़डक छवि के तिवारी की मौत के पीछे किसी शीर्ष अधिकारी या ऐसे व्यक्ति का हाथ हो सकता है जिसको तिवारी द्वारा संभावित खुलासे से संकट में फंसने का अंदेशा रहा हो।उन्होंने कहा कि दिवंगत तिवारी के भाई एवं परिवार जन शहर में आए थे। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने सौहार्द के रुप में भी उनसे मुलाकात नहीं की। उन्होंने सरकार से सीबीई की पूरी मदद करने की बात कही। कोलीवा़ड ने जांच के दौरान सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया और इस विषय पर बहस समाप्त कर दी।इसी बीच दिवंगत अनुराग तिवारी के भाई मयंक तिवारी ने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री यूटी खादर से लगभग ३० मिनिट तक मुलाकात की। उन्होंने कर्नाटक सरकार से अपने भाई की मौत के पीछे असली कारण जानने का अनुरोध किया। मयंक ने आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश सरकार इस मामले में सीबीआई को कोई सहयोग नहीं कर रही है।

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