बेंगलूरु। जनता दल (एस) ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि किसानों के कृषि ऋणों को तुरंत मा़फ किया जाए क्योंकि आज किसान संकट में हैं और सरकार को उस समय का इंतजार नहीं करना चाहिए जब वे स़डकों पर आकर हिंसा पर उतारू हो जाएं। विभिन्न विभागों के लिए बजट की मांग पर बहस के दौरान जनता दल के सदन में नेता एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को शब्दों के युद्ध को बंद कर कर्ज भुगतान के बारे में सोचना चाहिए चाहे वह केंद्र दे अथवा राज्य सरकार। आज किसान संकट में हैं और उनको इस ऋण से निजात दिलाने की जरुरत है। राज्य सरकार को किसानों के आत्मविश्वास उत्पन्न करने के लिए क़डे प्रयास करने चाहिए क्योंकि यह उसका कर्तव्य है। दूसरे राज्यों में किसान ऋण माफी लेकर स़डकों पर उतर आये हैं और इस दौरान हिंसा भी हुई है लेकिन कर्नाटक के किसान शांतिप्रिय हैं्। उन्होंने चेतावनी दी कि किसानों के स़डकों पर आने से पहले सरकार को ऋण मा़फ करने का कदम उठाना चाहिए अन्यथा किसानों की आत्महत्या के मामले और ब़ढेंगे और इससे हिंसा भी हो सकती है।स्वास्थ्य मंत्री रमेश कुमार ने जनता दल (एस) नेता के साथ सहमति व्यक्त करते हुए ने इस मुद्दे का समर्थन किया और कहा कि राज्य सरकार द्वारा नियंत्रित सहकारी बैंकों के साथ ही केंद्र सरकार के अधीन आने वाले पीएसयू वाणिज्यिक बैंकों द्वारा भी सभी कृषि ऋणों का भुगतान किया जाना चाहिए। अधिकांश किसानों ने वाणिज्यिक बैंकों से ऋण लिया है। अगर राज्य सरकार सहकारी बैंकों के ऋण मा़फ करती है तो इससे समस्या का समाधान नहीं होगा। ्य·र्ैंफ्य्द्म र्रैंह्लय् घ्रु·र्ैंय्द्मष्ठ द्बष्ठ्र फ्द्बत्र्श्च द्मब्र््रबैंक के अधिकारियों को पता है कि फसल बर्बाद होने और गंभीर सूखे की स्थिति के कारण किसान ऋण चुकाने में विफल रहे हैं्। कांग्रेस के सदस्य ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि ऐसे में बैंक किसानों को कैसे परेशान कर सकते हैं? ष़डाक्षरी ने कहा कि सहकारी बैंकों को चलाना मुश्किल हो गया है क्योंकि इन बैंकों को ऋण की चुकौती के कारण बंद कर दिया गया है। अब ये बैंक उनके कर्मचारियों को तनख्वाह का भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं्। कुमारस्वामी ने कहा कि यदि वे अगले मुख्यमंत्री बने तो २४ घंटे के भीतर किसानों के कृषि ऋण मा़फ कर देंगे। कांग्रेस सदस्य ने कहा कि यह कहना आसान है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पर इशारा करते हुए व्यंग्य में कहा। कुमारस्वामी ने कहा कि आज किसान संकट में हैं और सदस्य को ऐसी हलकी बात नहीं करनी चाहिए। इस बात को लेकर दोनों के बीच एक बहस शुरू हो गई। कुमारस्वामी ने कहा कि वह किसानों के फसल ऋण माफी के मुद्दे को एक चुनौती के रूप में लेंगे। सरकार को सक्षम उद्यमियों और ब़डे लोगों से बकाया कर सूलना चाहिए। उन्होंने यह बात अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व मंत्री और खनन क्षेत्र के दिग्गज जनार्दन रेड्डी के संदर्भ में कही। उन्होंने मांग की कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि वह कब कृषि ऋण मा़फ करने की घोषणा करेगी? उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार इसे विधानसभा चुनाव से पहले करना चाहती हैं? साथ ही मांग की कि आपको इस सम्बन्ध में तत्काल निर्णय लेना चाहिए अगर ऐसा नहीं कर सकते हैं फिर सत्ता छो़ड देनी चाहिए।
किसानों के फसल ऋणों को तुरंत माफ किया जाए : कुमारस्वामी
किसानों के फसल ऋणों को तुरंत माफ किया जाए : कुमारस्वामी