चेन्नई। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना को बुधवार से राज्य में शुरु कर दिया गया। इस योजना के शुरु होने से राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं को फायदा होगा और वह पहले की तुलना में अच्छा स्वस्थ्य जीवन जी सकेंगी। राज्य में इस योजना को केन्द्रीय राजमार्ग एवं स़डक परिवहन राज्य मंत्री पोन राधाकृष्णन ने नागरकोईल से शुरु किया।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गांवों में चूल्हे पर भोजन बनाने के लिए लक़डी जलाने से निकलने वाला धुआं ४०० सिगरेट से निकलने वाले धुएं के बराबर होता है। इसके कारण ग्रामीण महिलाओं में श्वसन संबंधी बीमारी होने की संभावना रहती है।पोन राधाकृष्णन ने इस अवसर पर ३० महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन का वाउचर दिया। उन्होंने यह वाउचर इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम तेल कंपनी और अन्य सरकारी तेल कंपनियों से गैस कनेक्शन प्राप्त करने के लिए दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत अभी तक देश में ३.१२ लाख लाभार्थियों को चिन्हित किया गया है और इस संख्या को १० लाख तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस अवसर पर इंडियान ऑयल के राज्य स्तरीय संयोजक (तमिलनाडु और पुदुच्चेरी) आर सिद्धार्थन भी उपस्थित थे। सिद्धार्थन ने कहा कि आज का दिन तेल उद्योग के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे ग्रामीण महिलाओं की जीवनशैली मेंे बदलाव आएगा।उन्होंने कहा तेल कंपनियां राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योदान दे रही हैं और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना सामाजिक लाभ की एक बहुत ही अच्छी योजना है। इस योजना के माध्यम से सरकार ५००० करो़ड ग्रामीण महिलाओं को फायदा दिलाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ रही है। इस योजना को देश के कई राज्यों में पहले ही लागू किया जा चुका है और अब तमिलनाडु भी इस क़डी मेें शामिल हो गया है।उन्होंने कहा कि राज्य में काफी संख्या में लोगों ने गैस सब्सिडी छो़डने में अपनी रुचि दिखाई है। अभी भी बहुत सारे लोग अपनी गैस सब्सिडी छो़डने के लिए आगे आ रहे हैं। उनका यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनके द्वारा छो़डी गई सब्सिडी से केन्द्र सरकार ग्रामीण महिलाओं को रसोई गैस उपलब्ध करवाती है।
तमिलनाडु में शुरु हुई ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’
तमिलनाडु में शुरु हुई ‘प्रधानमंत्री उज्जवला योजना’