स्टिंग ऑपरेशन में सामने आई विश्वासमत के लिए नकदी लेने की बात

स्टिंग ऑपरेशन में सामने आई विश्वासमत के लिए नकदी लेने की बात

चेन्नई। निजी टीवी चैनलों द्वारा किए गए एक स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया गया है कि तमिलनाडु के कई विधायकों को पलानीसामी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए विश्वासमत के दौरान वोट देने के लिए नकदी और सोना मिला था। दो समाचार चैनलों के साझा स्टिंग ऑपरेशन मंे खुफिया कैमरे से विधायकों के बयान रिकॉर्ड किए जाने का दावा किया गया है। इस स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देने वाले चैनलों का दावा है कि स्टिंग ऑपरेशन इसी वर्ष अप्रैल में शुरू हुआ और मई के बाद जून में जारी रहा। चैनल ने दावा किया है कि १८ फरवरी २०१७ को तमिलनाडु विधान सभा में विश्वास प्रस्ताव में वोट हासिल करने के लिए पैसे का लेन-देन हुआ था। ईके पलानीसामी ने १६ फरवरी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। पलानीसामी ओ पन्नीरसेल्वम की जगह पर राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। इस स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सामने आने के बाद इस वीडियो में नजर आ रहे मदुरै दक्षिण के विधायक एसएस सर्वणन ने इंकार किया है कि वीडियो में उनकी आवाज है। स्टिंग में दावा किया गया है कि शशिकला गुट द्वारा पलानीसामी को विश्वास मत में जीत दिलाने के लिए करीब १०० विधायकों को एक रिसॉर्ट में रखा गया था। स्टिंग के अनुसार दो विधायकों मदुरै दक्षिण के विधायक सर्वणन और सुलूर के विधायक कनगराज ने खुफिया कैमरों के सामने स्वीकार किया कि उन्होंने विश्वासमत के दौरान वोट देने के लिए पैसा लिया था। स्टिंग में दावा किया गया है कि विधायकों को धमकी भी दी गई थी। स्टिंग में एक विधायक ने आरोप लगाया है कि विश्वास मत के दौरान वोट देने के लिए हर विधायक को दो करो़ड रुपए से छह करो़ड रुपए तक दिए गए। विधायक स्टिंग ऑपरेशन में यह दावा करते नजर आ रहे हैं कि कुछ लोगों को नकदी की कमी के कारण सोना दिया गया। उल्लेखनीय है कि द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता एमके स्टालिन पलानीसामी के विश्वासमत पर प्रश्न उठाते हुए मामला भी दर्ज करा चुके हैं। स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो सोमवार की रात कई चैनलों पर प्रसारित हुआ था।इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने सत्तारुढ पार्टी को जहां निशाने पर लेना शुरु कर दिया है वहीं वीडियो में नजर आ रहे दो विधायकों में से एक मदुरै दक्षिण के विधायक एसएस सर्वणन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि वीडियो में उनकी तस्वीर तो है लेकिन जो आवाज सुनाई दे रही है वह उनकी आवाज नहीं है और उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति की आवाज को डब किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो के चैनलों पर प्रसारित होने के बाद उन्होंने कानूनी विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श किया है और कहा है कि वह वीडियो में उनकी आवाज के साथ छे़डछा़ड कर उसे प्रसारित करने वाले चैनलों के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कराएंगे। सर्वणन ने मंगलवार को यहां चेन्नई में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि उन्हें इस वीडियो के बारे में सोमवार की रात उस समय पता चला जब वह चेन्नई आने के लिए ट्रेन में सवार हो रहे थे और इस वीडियो को उन्होंने मंगलवार की सुबह देखा।इसी क्रम में स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम देने वाले दो चैनलों में से एक मून टीवी के प्रबंध निदेशक शहनवाज खान ने विधायक द्वारा लगाए गए आरोपों से इंकार किया है। खान ने कहा है कि उन्होंने विधायक से बातचीत शुरु करने से पूर्व उनका शॉल ओढाकर सम्मान किया था और सर्वणन का ऑडियो और वीडियो दोनों ही काफी स्पष्ट आया था और ऐसे मेंे हमें उनकी आवाज को डब करने की क्या आवश्यकता है जैसा कि विधायक आरोप लगा रहे हैं। मंगलवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने कहा कि उनके खेमे द्वारा भी सर्वणन से इस खुलासे के बारे में विवरण देने के लिए कहा जाएगा और उसके बाद हम उनकी ओर से पेश किए गए विवरण पर गौर करेंगे।

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