बेंगलूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने कांग्रेसी विधायकों से अपना ध्यान वर्ष २०१८ के विधानसभा चुनाव पर केंद्रित करने की नसीहत दी है, ताकि पार्टी की जीत सुनिश्चित की जा सके। अपने वफादारों को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) में उम्दा पद दिलाने की हो़ड में जुटे विधायकों के लिए इसे मुख्यमंत्री का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है। वह चाहते हैं कि स्वार्थों की राजनीति से ब़ढकर कांग्रेस विधायक पार्टी हित पर अधिक ध्यान दें।सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव से पहले यहां कांग्रेस विधायक दल के सदस्यों के साथ हुई बैठक को संबोधित करते हुए सिद्दरामैया ने इस बात पर नाराजगी जताई कि कुछ लोग अपने चहेतों को पार्टी संगठन में मनमाफिक पद न दिए जाने से असंतोष जताने लगे हैं। उन्होंने कहा कि हाल में केपीसीसी के ढांचे में जो बदलाव हुए हैं, वह पार्टी हाईकमान और प्रदेश अध्यक्ष जी. परमेश्वर के फैसलों पर आधारित बदलाव है। राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय और राज्य स्तर के अव्वल नेतृत्व ने यह निर्णय लिया है। अगर किसी को इस निर्णय से असंतोष है तो इसके बारे में मीडिया से बात करने के बजाय उचित मंच पर बातचीत की जानी चाहिए। सूत्रों के मुताबिक, अपने संबोधन में सिद्दरामैया ने कहा, ’’संगठन की जिम्मेदारी पार्टी की है और उन कार्यकर्ताओं को संगठन में पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाएगा, जिनका काम सबको दिखता है। सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र में जाएं और यह सुनिश्चित करें कि अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अधिक से अधिक सीटें मिलें।’’ इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उनसे ऐसी गतिविधियों में लिप्त न होने की चेतावनी दी, जिनसे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे।गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने हाल में केपीसीसी में संगठनात्मक फेर-बदल किए हैं। इस कदम के तहत पार्टी में १७ उपाध्यक्ष और ५७ सचिवों की नियुक्ति की गई है। इन नियुक्तियों में अपनी मुराद पूरी नहीं होने से कई कांग्रेस विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। इन्हें मिली मुख्यमंत्री की नसीहत को केपीसीसी अध्यक्ष परमेश्वर ने कुछ और स्पष्ट करते हुए बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, ’’चूंकि आने वाला वर्ष चुनावी साल होने जा रहा है, सो संगठन का पूरा प्रशासन मैं अकेले दम पर नहीं चला सकता, इसलिए एआईसीसी की अनुमति से मैंने इतनी ब़डी संख्या में पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। अब मुझे राज्य की सत्ता में कांग्रेस को दूसरा कार्यकाल दिलाने पर पूरा ध्यान केंद्रित करना है। अगर हम सभी पूरी एकजुटता के साथ पूरी ताकत के साथ काम करें तो निश्चित है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस को ही जीत मिलेगी।केपीसीसी अध्यक्ष परमेश्वर ने कुछ और स्पष्ट करते हुए बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, चूंकि आने वाला वर्ष चुनावी साल होने जा रहा है, सो संगठन का पूरा प्रशासन मैं अकेले दम पर नहीं चला सकता, इसलिए एआईसीसी की अनुमति से मैंने इतनी बड़ी संख्या में पदाधिकारियों की नियुक्ति की है।
निजी हितों पर पार्टी के हितों को दें वरीयता : सिद्दरामैया
निजी हितों पर पार्टी के हितों को दें वरीयता : सिद्दरामैया