बेंगलूरु। भाजपा कैडरों में जोश भरने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तीन दिन की कर्नाटक यात्रा पर शनिवार को बेंगलूरु पहुंचे। शाह का कार्यक्रम व्यवस्तता से भरा है। वह पार्टी के बीच विभिन्न खेमों में चल रही ल़डाई को खत्म करने की कोशिश करेंगे। इन तीन दिन के दौरान शाह बुद्धिजीवियों, धार्मिक नेताओं, राज्य के पदाधिकारियों, विधायकों, सांसदों, अनुसूचित जातियों-जनजातियों, पिछ़डी जातियों के नेताओं से संवाद करेंगे। ‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’’ सपना संजोए बेंगलूरु पहुंचे अमित शाह की नजर वर्ष-२०१८ के कर्नाटक विधानसभा पर है। पार्टी ने पहले ही प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर रखा है। शाह ने शनिवार को येड्डीयुरप्पा को कुशल नेतृत्वकर्ता करार देते हुए कहा कि भाजपा दक्षिण भारत में सशक्त होने की राह पर है और येड्डीयुरप्पा के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा कर्नाटक में सत्तासीन होगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक के लोगों ने भाजपा को सत्ता में लाने का फैसला कर लिया है क्योंकि पार्टी पिछले पांच साल में कांग्रेस के भ्रष्ट, ध्रुवीकरण वाले और दमनकारी शासन का पर्दाफाश करती आई है। उन्होंने कहा, जिस तरह पिछले पांच साल से पार्टी कांग्रेस के भ्रष्ट, दमनकारी और ध्रुवीकरण वाले शासन के खिलाफ ल़ड रही है, ऐसे में मैं उम्मीद करता हूं कि इस महान कर्नाटक के लोगों ने भाजपा को वोट देकर सत्ता में लाने का फैसला कर लिया है। शाह ने कहा कि वह कर्नाटक में भाजपा की अगली सरकार बनाने के संकल्प को साकार करने आए हैं।शाह ने कहा कि प्रदेश भाजपा पूरी तरह से एकजुट है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि आने वाले दिनों में येड्डीयुरप्पा के नेतृत्व में चुनाव मैदान मंे उतरने के लिए तैयार रहें क्योंकि वर्ष-२०१८ कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनने वाली है। इसके पूर्व बेंगलूरु के केम्पेगौ़डा हवाई अड्डा पहुंचने पर ब़डी संख्या में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं ने शाह का भव्य स्वागत किया। मान जा रहा है कि शाह के इस दौरे से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा। झ्य्ट्टर्श्च ·र्ष्ठैं ृय्ैंत्र्यद्य·र्ैं द्बत्रद्नष्ठख्रह्र ·र्ैंह् ख्ररूद्य ·र्ैंद्यद्मष्ठ ·र्ैंर् घ्रुद्मह्रत्रर्अमित शाह देश के सभी राज्यों में कुल ११० दिनों के अपने विस्तृत प्रवास कार्यक्रम के तहत कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे पर बेंगलूरु पहुंचे हैं। हालांकि उनका यह दौरा बेहद अहम है क्योंकि राज्य में अब विधानसभा चुनाव होने में नौ महीने से भी कम समय बचा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री येड्डीयुरप्पा अपने स्वेच्छाचारी संचालन के चलते आलोचना झेल रहे हैं। पार्टी के कुछ नेताओं ने उनके प्रति नाखुशी जाहिर की है। इसलिए पार्टी को एकजुट बनाए रखना अमित शाह के समक्ष सबसे ब़डी चुनौती है। इसी क्रम में शाह पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में हिस्सा लेंगे और मंड्या जिले के नागमंगला में आदिचुनचनगिरि मठ जाएंगे। वहां वह कर्नाटक के दूसरे सबसे शक्तिशाली समुदाय वोक्कलिगा के धार्मिक नेता एवं संत से मुलाकात करेंगे। इसके अतिरिक्त आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर से भी मुलाकात करेंगे। तीसरे दिन १४ अगस्त को शाह पार्टी के उन स्वयंसेवियों को संबोधित करेंगे, जिन्होंने राज्यभर से लोगों की प्रतिक्रियाएं जुटाई हैं। अमित शाह १३ अगस्त को सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय में राजनीतिक मामलों की समिति के साथ बैठक करेंगे और वर्ष २०१८ में कर्नाटक विधान सभा चुनाव की तैयारियों पर एक प्रस्तुति पर विचार विमर्श करेंगे। तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन १४ अगस्त को बेंगलूरु में विभागों एवं योजनाओं की समीक्षा बैठक करेंगे। वे लोक सभा चुनाव प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे और अनुसूचित जाति, जनजाति एवं ओबीसी वर्ग के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’ का सपना संजोए बेंगलूरु पहुंचे अमित शाह
‘कांग्रेस मुक्त कर्नाटक’ का सपना संजोए बेंगलूरु पहुंचे अमित शाह